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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलनीसामी ने गुरूवार को जयललिता की मौत की जांच एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एक कमीशन से करवाने की बात कही. लेकिन फिलहाल जज के नाम की घोषणा नहीं हुई है.
मुख्यमंत्री ने जयललिता के घर वेद निलयम को एक मेमोरियल में बदलने की भी घोषणा की है. मेमोरियल पब्लिक के लिए ओपन रहेगा.
ये दोनों ही मांगे पलनीसामी और पनीरसेल्वम के बीच हुए समझौते का हिस्सा थीं. दरअसल जयललिता की मौत के बाद शुरू हुए राजनीतिक घमासान में पार्टी में दो भाग हो गए थे. शशिकला के जेल जाने के बाद पिछले कुछ दिनों से इन दोनों को मिलाने की कोशिश की जा रही है.
लेकिन शशिकला और उनके भतीजे दिनकरन के पार्टी से निकालने की पनीरसेल्वम की मांग पर अभी भी पेंच फंसा हुआ है. दिनकरन ने एक मदुरै में एक रैली कर शक्ति प्रदर्शन किया था. इसमें 23 विधायकों और 4 सांसदों ने हिस्सा लिया था. इतने विधायक पलनीसामी की सरकार गिराने के लिए काफी हैं.
अगर पलनीसामी और पनीरसेल्वम के गुटों का मर्जर हुआ तो पलनीसामी मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं. वहीं पलनीसामी को महासचिव बनाया जाएगा.
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