advertisement
बिहार और झारखंड देश के दो ऐसे सूबे, जिनमें एक दौर में कानून व्यवस्था बड़ा मुद्दा हुआ करता था. अपराधों के आंकड़े जिनकी वजह से उन्हें अक्सर जंगलराज बताया जाता था. अब पिछले दिनों में जिस तरह से दोनों राज्यों में हिंसा की घटनाएं और अपराध बढ़ें हैं वो जंगलराज का दस्तक का दे रहे हैं.
जून की घटनाएं देख लें तो लगता है कि बिहार और झारखंड में अपराधियों को कानून का डर नहीं लगता.
जगहः बिहार का खगड़िया जिला. तारीखः 21 जून
बिहार के खगड़िया जिले के गोगारी थाना क्षेत्र के शेरगढ़ गांव में महज 12 साल के बच्चे को गोली मार दी गई. उसका कथित तौर पर कसूर सिर्फ इतना था कि वो बगीचे से आम तोड़ने की कोशिश कर रहा था. आरोप है कि 12 साल का सत्यम बगीचे में आम तोड़ने पहुंचा. इसी दौरान बगीचे में मौजूद गांव के ही रामा यादव और सौरभ कुमार ने उसे गाली देते हुए भागने को कहा.
सत्यम ने गाली देने का विरोध किया. इस पर दोनों ने उसे गोली मार दी. गोली सत्यम के सिर में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
जगहः बिहार का भोजपुर जिला. तारीखः 21 जून
बिहार के भोजपुर में दबंगों ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं. पहले उन्होंने घर में घुसकर एक ट्रक चालक की दो बेटियों की जमकर पिटाई की, फिर मां का हाथ काट डाला. हाथ काटते वक्त वे बॉलीवुड फिल्म 'शोले' का वह डायलॉग बोल रहे थे, जो गब्बर सिंह ने ठाकुर के हाथ काटते वक्त बोला था.
ये घटना बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर थाना अंतर्गत कुंड़ेसर गांव की है.
जगहः बिहार का बेतिया जिला. तारीखः 20 जून
बिहार के बेतिया में बीते 20 जून को नरकटियागंज के शिकापुर थाना क्षेत्र के बरवा बरौली गांव में चाकू और तलवार से प्रहार कर टेलर मास्टर दारोगा मियां की बेरहमी से हत्या कर दी गई. घटना का कारण बच्चों को लेकर पूर्व का विवाद बताया जाता है.
दारोगा मियां दर्जी थे. जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले दो परिवारों के बच्चों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. जिसको लेकर दोनों परिवार एक दूसरे से बदला लेने के लिए मौके की तलाश में थे.
जगहः बिहार का गया जिला. तारीखः 13 जून
बिहार के गया जिले में आरोपियों ने नाबालिग बच्ची और उसकी मां के साथ गैंगरेप किया. घटना 13 जून की शाम की है. पुलिस के मुताबिक, घटना के समय नाबालिग बच्ची अपनी मां और पिता के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रही थी. इसी दौरान करीब 20 युवकों ने पहले बच्ची के पिता की मोटरसाइकिल रोकी और उसके साथ मारपीट की.
इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता बच्ची के पिता को पास के पेड़ पर बांध दिया और बारी-बारी से बच्ची और उसकी मां के साथ गैंगरेप किया. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.
जगहः झारखंड का खूंटी जिला. तारीखः 18 जून
झारखंड के खूंटी में मानव तस्करी के खिलाफ जागरूक करने वाली पांच लड़कियों को अगवा कर उनके साथ गैंगरेप किया गया. पुलिस अधीक्षक ने इस घटना की पुष्टि की है. पांचों नाबालिग लड़कियां किसी NGO से जुड़ी हुई हैं और घटना के वक्त वे पलायन के खिलाफ एक जन-जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लेने निकली हुई थीं.
पुलिस ने बताया कि घटना रांची के खुंटी इलाके में सोमवार को घटी. मेडिकल में बच्चियों से रेप की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन बच्चियां NGO के सदस्यों के साथ अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग इलाके में पलायन के खिलाफ जागरूकता फैलाने निकली हुई थीं. इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने NGO की पूरी टीम को अपना निशाना बनाया. बदमाशों ने NGO की कुछ अन्य महिला सदस्यों के साथ भी बदसलूकी की. NGO ने अगले दिन यानी मंगलवार को स्थानीय पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करने से इनकार कर दिया.
जगहः झारखंड का गोड्डा जिला. तारीखः 14 जून
झारखंड के गोड्डा जिले के एक गांव में लोगों ने मवेशी चुराने के संदेह में दो मुस्लिमों को कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला. पुलिस का कहना है कि यह सामान्य चोरी का मामला है.
संथाल परगना के डीआईजी अखिलेश कुमार झा के मुताबिक आदिवासी बहुल दुल्लु गांव के मुंशी मूर्मू के घर से पांच लोगों ने कथित रूप से भैंसें चुरा ली थीं. भैंसों को गायब देख मूर्मू और गांव के अन्य लोगों ने पांचों का पीछा किया और तड़के उन्हें पड़ोसी गांव बनकटी में पकड़ लिया. गुस्से से भरे ग्रामीणों ने सिराबुद्दीन अंसारी (35) और मुर्तजा अंसारी (30) को पीट-पीटकर मार डाला.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)