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ऐसे समय में जब देश भाषाई आधार पर विवाद का सामना कर रहा है, खास तौर पर हमारी फिल्म इंडस्ट्री, अभिनेता-राजनेता कमल हासन (Kamal Haasan) ने भारत को एक 'अद्वितीय देश' बताया है. उन्होंने कहा कि भारत के नागरिक अमेरिका के राज्यों के विपरीत 'अलग-अलग भाषाएं बोलने के बावजूद एकजुट' हैं. दूसरी तरफ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार, 26 मई को साथ में स्टेज साझा कर रहे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से तमिल को हिंदी के समान आधिकारिक भाषा बनाने का आग्रह किया.
दिग्गज एक्टर कमल हासन ने गुरुवार, 26 मई को कहा कि 'पैन इंडिया फिल्म' टर्म कोई नई बात नहीं है क्योंकि भारतीय सिनेमा ने हमेशा "मुगल-ए-आजम" और "चेमीन" जैसी क्लासिक फिल्में दी हैं जो पूरे देश में अलग-अलग भाषा जानने वाले लोगों के बीच भी पसंद की गयीं. कमल हासन ने यह बात अपनी आने वाली फिल्म "विक्रम" के प्रमोशन के दौरान कही.
तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, हिंदी और बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में 200 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हासन ने कहा कि एक 'पैन इंडिया फिल्म' प्रोजेक्ट की सफलता इसकी सार्वभौमिक अपील और फिल्म बनाने की क्वालिटी पर निर्भर करती है.
पिछले महीने बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन और कन्नड़ सुपरस्टार किच्चा सुदीप हिंदी के भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं होने के विवाद पर ट्विटर पर आमने-सामने आये थे.
यह सब तब शुरू हुआ जब अजय देवगन ने सुदीप से पूछा कि अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो वह अपनी मातृभाषा की फिल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज कर रहे हैं.
अजय देवगन ने ट्विटर पर लिखा था
बाद में सुदीप किच्चा ने सफाई देते हुए कहा कि वह भारत की हर भाषा से प्यार करते हैं और उसका सम्मान करते हैं. उन्होंने आगे कहा था कि "मैं चाहता हूं कि यह बात आगे न बढ़े क्योकि मैंने पूरी तरह से अलग संदर्भ में बात कही थी."
बाद में यह विवाद और बढ़ा जब एक्टर किच्चा सुदीप के बाद कर्नाटक के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने इस पूरे मामले को लेकर अजय देवगन पर निशाना साधा. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा, "अजय देवगन न केवल नेचर में हाइपर हैं, बल्कि उनके अजीब व्यवहार को भी दिखाता है." ट्विटर पर कुमारस्वामी ने कहा कि कन्नड़, तेलुगु, तमिल, मलायालम और मराठी की तरह हिंदी भी हमारी भाषाओं में से एक है.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी अजय देवगन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिंदी कभी भी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं होगी.
आगे एक्टर सोनू सूद ने भी इस पूरे मामले पर कहा था कि "मुझे नहीं लगता कि हिंदी को राष्ट्रीय भाषा कहा जा सकता है. भारत की केवल एक ही भाषा है- एंटरटेनमेंट. इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप किस इंडस्ट्री से ताल्लुक रखते हैं."
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से तमिल को हिंदी के समान एक आधिकारिक भाषा बनाने का आग्रह किया. पीएम मोदी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को शुरू करने के लिए चेन्नई पहुंचे थे और इस समय स्टेज पर ही मौजूद थे.
मुख्यमंत्री स्टालिन ने हाल ही में तमिलनाडु विधानसभा में एक कानून पारित होने के बाद तमिलनाडु को राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा (NEET) से छूट देने की भी मांग रखी.
पिछले साल तमिलनाडु में सत्ता में आई DMK लंबे समय से तमिल को 'आधिकारिक और प्रशासनिक' भाषा का दर्जा देने की मांग कर रही है.
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