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उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. चौबेपुर की रहने वाली रंजीत कौर (उम्र 48 वर्ष) की 4 दिन पहले तबीयत खराब होने पर उन्हें कानपुर के ग्वालटोली थाना क्षेत्र के तिलक नगर के कनिष्क अस्पताल में भर्ती करवाया था. परिजनों का आरोप है कि वहां 4 दिनों से डॉक्टर इलाज तो कर रहे थे लेकिन कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे.
आरोप है कि जब परिजनों ने दबाव बनाया की उनको अपने मरीज से मिलना है, तो डॉक्टर मरीज का गंभीर होने का हवाला देकर बात को टालने और ज्यादा पैसे की मांग करने लगे, जिसके बाद परिजनों ने वहां जमकर हंगामा किया और उसके बाद हॉस्पिटल प्रशासन ने गेट बंद कर दिया. जब किसी तरह से परिजन अंदर पहुंचे तो देखा मरीज का मौत हो चुकी थी. पूरे अस्पताल का स्टाफ मरीज को छोड़कर भाग चुका था.
मृतका के परिजन अंगद सिंह ने हॉस्पिटल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि 'मेरी मामी का कुछ दिन पहले ऑपरेशन हुआ था जिसके बाद उनको कुछ तकलीफ हुई. फिर मैंने उनकी रिपोर्ट लेकर कनिष्क हॉस्पिटल के डाक्टर समीर गोविल को दिखाई, जिसके बाद डॉक्टर ने कहा यह बहुत नॉर्मल सी समस्या है और वो 2 से 5 दिन में ठीक हो जाएंगी.
आप इनको यहां लाकर एडमिट करवाइए. आरोप है कि उसके बाद उन्होंने 4 दिन में 5 लाख रुपये और 2 लाख की दवा मंगाई. बाद मे डॉक्टर ने बुलाया और बोला इनकी पल्स नीचे गिर रही और इनको कार्डिएक अटैक पड़ा है. आप सबको इन्फॉर्म कर दीजिए. यह बोलकर डॉक्टर चले गए.
परिजन ने कहा, यहां के गार्ड से चाभी मांगी तो उसने कहा मेरे पास नहीं है. कुछ देर बाद लोकल चौकी इंचार्ज आए और वो 50 मिनट तक प्रयास करते रहे कि कोई डॉक्टर आ जाये लेकिन कोई नहीं आया. फिर ACP आए जिसके 2 घंटे बाद तक कोई नहीं आया. हम उचित कार्रवाई की मांग करते हैं.
परिजनों के हंगामा करने के थोड़ी देर बाद घटना स्थल पर पुलिस पहुंची. पुलिस जांच के दौरान वहां उपस्थित ACP ने जानकारी देते हुए बताया कि,
पुलिस के आने के बाद फिर 2:00 बजे उन्होंने मृत घोषित कर दिया. हम जांच कर रहे हैं. उचित कार्रवाई की जाएगी.
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