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जिस विकास दुबे को ढूंढने में जुटी है पूरी यूपी पुलिस वो फरीदाबाद के होटल से फिसल गया. यूपी पुलिस की 40 टीमें लगातार गैंगस्टर विकास दुबे को तलाश रही हैं. पुलिस को सूचना मिली थी कि विकास दुबे फरीदाबाद में छुपा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने होटल में छापेमारी की और विकास दुबे के एक रिश्तेदार समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों के हवाले से खबर है कि इसी होटल में विकास दुबे भी था.
पुलिस को खबर मिली थी कि फरीदाबाद के एक होटल में गैंगस्टर विकास दुबे छिपा हुआ है. जिसके आधार पर पुलिस ने फरीदाबाद के एक होटल में रेड की. रेड के दौरान वहां विकास दुबे नहीं मिला. लेकिन वहां से पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें एक विकास दुबे का रिश्तेदार बताया जा रहा है. पुलिश को शक है कि वहां गैंगस्टर विकास दुबे भी मौजूद था. अब सूचना के बाद यूपी एसटीएफ की एक टीम फरीदाबाद के लिए रवाना हो गई है.
जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के इस होटल में गैंगस्टर विकास दुबे के रिश्तेदार के नाम पर कमरा बुक किया गया था. जिसकी भनक पुलिस को लग गई थी. इसके बाद राजस्थान CIA, यूपी STF और फरीदाबाद CIA की टीम ने होटल को घेरकर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
इस दौरान पुलिस ने पूरा होटल चेक किया और होटल स्टाफ से पूछताछ की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए होटल का सीसीटीवी अपने कब्जे में ले लिया है. बड़खल चौक पर बने इस ओयो होटल में करीब 30 से 35 जवान और अधिकारी सादे वर्दी में पहुंचे थे. फिलहाल पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.
बता दें कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में यूपी पुलिस की 40 टीमें लगी हुई हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कानपुर के आसपास का पूरा इलाका छान डाला है. पुलिस की यूपी-एमपी बॉर्डर, यूपी-नेपाल बॉर्डर पर चौकसी तेज है. कानपुर से निकलकर जाने वाले सभी हाईवे और सड़कों पर पुलिस ने चेकिंग तेज कर दी है. हर रोज पुलिस टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है, लेकिन विकास दुबे का कोई सुराग नहीं मिल रहा है.
गैंगस्टर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने फायरिंग की थी. इस हमले में डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जिसके बाद पूरे प्रदेश भर में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि विकास दुबे को पुलिस की दबिश की पहले से जानकारी थी. जब पुलिस वहां पहुंची तो विकास दुबे और उसको साथी पूरी तरीके से तैयार थे. उन्होंने एक नहीं बल्कि आसपास के तीन चार मकानों की छतों से चढ़कर घेराबंदी की थी. जैसे ही पुलिस पार्टी वहां पहुंची, उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया, जिससे पुलिस को संभलने तक का वक्त नहीं मिला. ढाई लाख का इनामी विकास दुबे और उसके गुर्गे ने पेशेवर शूटरों की तरीके से ऊंचाई का भरपूर लाभ उठाते हुए पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया.
कानपुर के चौबेपुर थाने में विकास दुबे के खिलाफ 8 केस दर्ज है. इनमें हत्या और हत्या के प्रयास जैसे कई गंभीर मुकदमे हैं. पिछले करीब तीन दशक से अपराध की दुनिया से विकास दुबे का नाम जुड़ा हुआ है. कई बार उसकी गिरफ्तारी भी हुई, लेकिन उसे अभी तक किसी मामले में सजा नहीं मिली.
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