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हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद अब खट्टर सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. किसानों ने अब करनाल मिनी सचिवालय में डेरा डाल लिया है और एसडीएम आयुष सिन्हा को निलंबित करने की मांग पर अड़े हैं. किसान संगठनों और प्रशासन के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला.
संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी करते हुए कहा कि हरियाणा बीजेपी-जेजेपी सरकार की हठपूर्वक एक हत्यारे अधिकारी को बचाने का प्रयास जारी है और जब तक एसडीएम आयुष सिन्हा को निलंबित नहीं किया जाता और मुआवजे का भुगतान नहीं किया जाता उनके द्वारा लघु सचिवालय का घेराव जारी रहेगा.
इससे पहले 7 सितंबर को करनाल अनाज मंडी में किसान महापंचायत और जिला प्रशासन के बीच वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने लघु सचिवालय की ओर मार्च किया था. रास्ते में कई SKM नेताओं को हिरासत में लिया गया था.बाद में जब भीड़ इकट्ठा होने लगी तो उन्हें रिहा कर दिया गया.
SKM ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में केंद्र सरकार के रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि को दिखावटी घोषणा करार दिया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 29 सितंबर को उत्तर प्रदेश के तिलहर में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा . इसके अलावा राजस्थान के जयपुर में 15 सितंबर को, और छत्तीसगढ़ में 28 सितंबर किसान संसद का आयोजन किया जाएगा.
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