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कर्नाटक में सेक्स स्कैंडल मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. बीजेपी नेता रमेश जरीखोली के खिलाफ शिकायत करने वाले सोशल एक्टिविस्ट दिनेश कल्लाहल्ली ने अपनी शिकायत वापस लेने की अपील की है. कल्लाहल्ली ने ही कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री जरीखोली पर एक महिला के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.
दिनेश कल्लाहल्ली ने पुलिस को एक लेटर लिखकर अपनी शिकायत वापस लेने की अपील की है. रमेश जरीखोली ने इस शिकायत और एक सेक्स टेप के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कर्नाटक कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था.
कल्लाहल्ली का प्रतिनिधित्व कर रहे एक वकील ने कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन जाकर उनकी याचिका दी है. सर्किल इंस्पेक्टर को दी गई इस याचिका में कल्लाहल्ली ने रमेश जरीखोली के खिलाफ अपनी शिकायत को वापस लेने की अपील की है.
अपनी याचिका में दिनेश कल्लाहल्ली ने कहा है कि वो 'सर्वाइवर और समाज के हित में शिकायत वापस ले रहे हैं.' कल्लाहल्ली ने सर्वाइवर की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और लोगों के उन्हें बदनाम करने पर 'नाराजगी' जताई.
सोशल एक्टिविस्ट ने कहा कि कई लोगों ने आरोप लगाया है कि 'उन्होंने CD रिलीज करने के पैसे लिए थे' और उनके सामाजिक कामों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं.
6 मार्च को कर्नाटक के एक कोर्ट ने 68 मीडिया संस्थानों पर राज्य के छह मंत्रियों के खिलाफ कोई भी 'मानहानिकारक कंटेंट' चलाने या पब्लिश करने की रोक लगाई थी. कोर्ट का ये आदेश रमेश जरीखोली कथित सेक्स स्कैंडल के संबंध में आया.
येदियुरप्पा सरकार में वाटर रिसोर्सेस मंत्री रमेश जरीखोली ने हाल ही में एक CD के बाहर आने के बाद इस्तीफा दे दिया था. इस CD के जारी होने के बाद जरीखोली पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे.
लीक हुई CD के मुताबिक, रमेश जरीखोली ने एक महिला से नौकरी के बदले कथित तौर पर सेक्सुअल फेवर मांगे थे. इसके बाद कर्नाटक सरकार के छह मंत्रियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. मंत्रियों ने निवेदन किया था कि CD के संबंध में उनके खिलाफ मीडिया में किसी भी तरह के ‘मानहानिकारक’ और अनवेरिफाइड कंटेंट को चलाने और पब्लिश करने पर रोक लगाई जाए.
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