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पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गुरुद्वारा 9 नवंबर से भारतीय यात्रियों के लिए खुल जाएगा. गुरुद्वारा आने-जाने संबंधी नियमों और प्रक्रियाओं पर भारत-पाकिस्तान के बीच समझौता हो गया है. समझौता के तहत रोजाना पांच हजार यात्री बिना वीजा के करतापुर साहिब जा सकते हैं. इसके लिए गृह मंत्रालय ने यात्रियों के लिए ‘दिशा-निर्देश’ जारी कर दिए हैं.
करतारपुर साहिब जाने के लिए कैसे रजिस्ट्रेशन करें? गुरुद्वारा कहां पर है वहां कैसे पहुंचे? क्या-क्या सावधानियां बरतने की जरूरत है? कितनी फीस देनी होगी? यहां जानिए सबकुछ
पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए सभी इच्छुक लोगों को पहले ऑनलाइन कराना होगा. यात्री www.prakashpurb550.mha.gov.in अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
जिन यात्रियों को करतारपुर जाने की इजाजत दी जाएगी उन्हें यात्रा की तारीख से चार दिन पहले इस बारे में एमएसएस के जरिए जानकारी मिल जाएगी. ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा की तैयारी पहले से करके रखनी होगी.
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा किसी भी उम्र के लोग जा सकते हैं. लेकिन दिशा-निर्देश के मुताबिक, 13 साल से कम उम्र के बच्चों और 75 साल या ज्यादा उम्र के लोग अकेले यात्रा नहीं कर सकते हैं. वो किसी के साथ या ग्रुप का हिस्सा बनकर सफर कर सकते हैं.
गृह मंत्रालय ने दिशा-निर्देश के मुताबिक, यात्री अपने साथ 11,000 रुपए तक कैश रख सकते हैं. इसके अलावा पानी के पीने की बोतल समेत सात किलो तक का एक बैग ही ले जाने की इजाजत है.
पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक में पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स (PTB) के आसपास धूम्रपान, मदिरापान और तंबाकू के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है. तेज आवाज में संगीत बजाना और बिना अनुमति अन्य लोगों की तस्वीरें लेना भी मना है.
सफर के दौरान पर्यावरण के अनुकूल सामग्री (जैसे कपड़े के बैग) का इस्तेमाल करना होगा और साफ-सफाई बनाए रखनी होगी. आपको सिर्फ श्री करतारपुर साहिब जाने की इजाजत होगी, इसके अलावा कहीं बाहर नहीं जा सकेंगे. सुबह करतारपुर पहुंचकर उसी दिन गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर शाम तक लौटना होगा.
पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए एक शर्त रखी है. जिसके तहत पाकिस्तान भारतीय यात्रियों से कॉरिडोर के लिए फीस वसूल करेगा. पाकिस्तान ने प्रति यात्रा प्रति व्यक्ति 20 डॉलर फीस लगाने की शर्त रखी है. हालांकि भारत ने पाकिस्तान से यात्रियों से फीस नहीं वसूलने का आग्रह किया था. ये कॉरिडोर सालभर और हफ्ते में सातों दिन चालू रहेगा.
गुरुद्वारा डेरा बाबा नानक भारत-पाकिस्तान सीमा और रावी नदी के पूर्वी तट से लगभग 1 किमी दूर है. नदी के पश्चिम में करतारपुर पाकिस्तान का शहर स्थित है. गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पाकिस्तान के जिला नरोवाल में पड़ता है, जो वहां से लगभग 4.5 किमी दूर है. वहीं भारत में गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक भारतीय सीमा से गुरुद्वारा 4.1 किमी दूर है.
अमृतसर से NH354B रोड पर डेरा बाबा नानक की दूरी 45 किमी है. बटाला शहर से 24 किमी, गुरदासपुर से 30 किमी और जालंधर से 112 किमी है.
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