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पाक-चीन की अर्जी पर आज UNSC में कश्मीर मुद्दे पर ‘क्लोज डोर’ बैठक 

हॉन्ग कॉन्ग में 10 हफ्तों से चल रहे लोकतंत्र समर्थकों के प्रदर्शन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठने वाला है

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खास बात है कि UNSC की ये बैठक ‘क्लोज डोर’ बैठक है. मतलब ये बैठक बंद कमरे में होगी.
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खास बात है कि UNSC की ये बैठक ‘क्लोज डोर’ बैठक है. मतलब ये बैठक बंद कमरे में होगी.
(Photo Courtesy: cfr.org)

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जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के भारत सरकार के फैसले के खिलाफ चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चर्चा की मांग की थी. UNSC ने ये मांग स्वीकार कर ली है और 16 अगस्त को चर्चा तय हुई है. खास बात है कि UNSC की ये बैठक ‘क्लोज डोर’ बैठक है. मतलब ये बैठक बंद कमरे में होगी.

चीन और पाकिस्तान की मांग पर हो रही ये बैठक

न्यूज एजेंसी पीटीआई को डिप्लोमेट्स ने बताया कि हाल में ही बैठक बुलाने की मांग आई थी. चीन के करीबी सहयोगी पाकिस्तान ने इस बारे में अगस्त महीने में सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष पोलैंड को लेटर लिखा था.

UNSC में कश्मीर मामले पर चर्चा ऐसे वक्त हो रही है जब हॉन्ग कॉन्ग में 10 हफ्तों से चल रहे लोकतंत्र समर्थकों के प्रदर्शन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, हॉन्ग कॉन्ग मसले पर संयुक्त राष्ट्र ने अहम बैठक बुलाने का फैसला किया है.

बंद कमरे में होगी बैठक

सुरक्षा परिषद की बैठकों में ऐसे कम ही मौके आते हैं जब किसी मुद्दे पर बंद कमरे में बैठक हो रही हो. UNSC में 16 अगस्त को जो बैठक हो रही है उस पूर्ण बैठक नहीं माना जा रहा है. इसे क्लोज डोर मीटिंग कहा जा रहा है.

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चीन को साफ कर चुका भारत- कश्मीर हमारा आंतरिक मसला

बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ हुई द्विपक्षीय मुलाकात में साफ किया था कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने का फैसला भारत का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा था कि यह बदलाव बेहतर प्रशासन और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए है और फैसले का असर भारत की सीमाओं और चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर नहीं पड़ेगा.

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Published: 16 Aug 2019,10:08 AM IST

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