तस्वीरों में: कैसे बर्फ की सफेद चादर से ढका कश्मीर

कश्मीर में ठंड से बचने के लिए लोग कांगरी और अन्य चीजों का सहारा ले रहे हैं

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जम्मू-कश्मीर घाटी में शीतलहर का प्रकोप जारी
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जम्मू-कश्मीर घाटी में शीतलहर का प्रकोप जारी
(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)

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जम्मू-कश्मीर में ठंड का कहर जारी है. घाटी में तापमान जीरो से नीचे पहुंच गया है. घाटी में 21 दिसंबर से शुरू हुई भीषण ठंड की 40 दिन की अवधि को 'चिल्लई कलां' के नाम से जाना जाता है. ये पूरी जनवरी तक चलेगा. इसे दौरान सबसे अधिक ठंड रहती है.

कश्मीर में इस समय में बर्फीली हवाएं चलती हैं नदियों और झीलों का पानी बर्फ बनकर जम जाता है. इस दौरान डल झील में शिकारा चलाना मुश्किल हो जाता है.

ठंड से बचने के लिए कांगरी और अन्य चीजों का सहारा ले रहे हैं लोग

कश्मीर घाटी में 21 दिसंबर से ‘चिल्लई कलां’ शुरू हुई.(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
श्रीनगर के अहरबाल गांव में आइस खाता एक बच्चा. अहरबाल एक हिल स्टेशन है. ये श्रीनगर से 75 किमी की दूरी पर स्थित है.(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
अहरबाल में पहाड़ से पानी लाती महिलाएं. सर्दी के मौसम में यहां पानी की समस्या होती है(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
पहलगाम के एक गांव में घर की छत पर एक परिवार. ‘चिल्लई कलां’ के दौरान भारी बर्फबारी होती है. (फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
पहलगाम के आरु गांव में बर्फ के बीच चलता एक आदमी(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
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सर्दी के मौसम में सर्दी से बचने के लिए कश्मीरी लोग ‘कांगड़ी’ का सहारा लेते हैं.(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
ठंड से खुद को ऐसे बचा रहे हैं लोग(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
पहलगाम में ‘फेरान’ के अंदर बैठे दुकानदार(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
जीरो डिग्री तापमान और बर्फबारी के बीच बच्चे पहलगाम में क्रिकेट खेलते दिखे(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)
पहलगाम में बर्फबारी के बीच सुर्योदय का दृश्य(फोटो: Muneeb Ul Islam/क्विंट)

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