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कठुआ गैंगरेप में दरिंदगी की शिकार हुई आठ साल की बच्ची के पिता ने कहा है कि दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. जिन लोगों ने ये काम किया है, उन्हें जिंदा रहने का कोई हक नहीं है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कठुआ-उन्नाव केस पर कहा है कि पीएम मोदी की चुप्पी मजूर नहीं है. उन्होने पीएम से दो सवाल भी पूछे हैं.
1. आप महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर क्या सोचते हैं
2. आखिर क्यों रेप और मर्डर के आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है.
कांग्रेस हर राज्य की राजधानी में कठुआ और उन्नाव केस के विरोध में कैंडल मार्च निकालेगी. राहुल गांधी ने इस संबंध में निर्देश दिया है. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में बीती रात इंडिया गेट पर कांग्रेस ने कैंडल मार्च निकाला. मार्च के दौरान हाथों में मोमबत्ती लिए लोगों को 'मोदी भगाओ, बेटी बचाओ' जैसे नारे लगाते सुना गया.
वहीं बीजेपी की सांसद मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष पर कठुआ और उन्नाव केस का सांप्रदायिकरण करने का आरोप लगाया है, उनका कहना है कि जांच तक प्रदर्शन नहीं करना चाहिए.
बीजेपी सासंद मीनाक्षी लेखी ने कठुआ मामले पर कहा कि मामले की जांच चल रही है. विशेष जांच टीम का गठन कर दिया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अपने नेता का सपोर्ट करती हुए उन्होंने कहा, बीजेपी नेता और जम्मू-कश्मीर के मंत्री को लोगों ने गुमराह कर दिया था. वे दोनों गलती से चले गए थे. उनके लिए सबक है कि आंख बंद कर किसी की बात पर भरोसा नहीं करना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कठुआ मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ने की मांग की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ माननीय प्रधानमंत्री जी कोई ऐसा दिन नहीं है जब हम आपको ऐसी चीजों पर बोलते हुए सुनते हैं, जो आपके लिए महत्वपूर्ण होता है लेकिन कई बार ऐसे मौके आते हैं जब आप दूसरों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे पर बिल्कुल चुप्पी साध लेते हैं.''
कठुआ में 8 साल की बच्ची से गैंगरेप पर लोगों के गुस्से के बाद केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि बच्चों से रेप के दोषियों को फांसी की सजा मिले. उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय बच्चों के साथ दुष्कर्म के दोषियों के लिए मृत्युदंड की सजा के प्रावधान के लिए पॉस्को एक्ट में संशोधन की मांग पर विचार कर रहा है.
कठुआ मामले में बॉलीवुड के कई जानी-मानी हस्तियों ने प्रतिक्रिया दी है. जावेद अख्तर ने गुस्से भरे लहजे में ट्विटर पर सवाल किया है. "कौन थी वो बच्ची? वह एक बकरवाल की आठ साल की बेटी थीं बकरवाल कौन हैं? एक जनजाति जिसने कारगिल के घुसपैठियों को देखकर तुरंत सेना को सूचित किया था. जो लोग इस छोटी बच्ची के बलात्कारियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं वह कौन हैं? फैसला आपको करना है."
उच्चतम न्यायालय ने एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जम्मू कश्मीर और कठुआ अधिवक्ता इकाइ्यों की ओर से किए जा रहे हड़ताल पर न्यायिक संज्ञान लेने के लिए सभी रिकॉर्ड मंगवाए हैं.
कठुआ मामले के बाद जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनकी सरकार बच्चियों से बलत्कार के मामलों में मौत की सजा का प्रावधान वाला कानून बनाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस मामले में कानून को बाधित नहीं होने देगी और बच्ची के साथ इंसाफ होगा.
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दिल्ली हाईकोर्ट ने मीडिया हाउसों को कठुआ में सामूहिक बलात्कार और बाद में मारी गई 8 साल की बच्ची की पहचान उजागर करने पर लताड़ लगायी. कोर्ट ने पहचान उजागर करने वाले मीडिया हाउसों को नोटिस जारी कर पूछा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए. प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रिपोर्टों में पीड़िता की पहचान जाहिर किये जाने पर उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया. अदालत ने मीडिया हाउसों को आगे की रिपोर्टों में कठुआ पीड़िता की पहचान प्रकट करने से रोका.
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