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केरल के मलप्पुरम की दसवीं क्लास में पढ़ने वाली एक छात्रा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों में इस घटना को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं.
देविका ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली क्यों कि वो 1 जून से शुरू हो चुकीं ऑनलाइन क्लास में शामिल नहीं हो पा रही थी. वो मलप्पुरम जिले के वालनचेरी की मनकेरी दलित कॉलोनी में रहती थी. एशियानेट की रिपोर्ट के मुताबिक उसने अय्यनकली स्कॉलरशिप के आवेदन किया था और वह इंटरनेट की पहुंच नहीं होने की वजह से ऑनलाइन क्लास में शामिल नहीं हो पा रही थी. इस बात को लेकर वह चिंतित थी.
छात्र संगठनों ने इस मुद्दे पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. सरकार पर आरोप लगाया जा रहा है कि लॉकडाउन की वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई जिसके चलते छात्रा को इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन (MSF) ने मलप्पुरम में शिक्षा विभाग के सह निदेशक के दफ्तर के बाहर मंगलवार को मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने मांग थी कि सरकार को ये प्रोग्राम तब तक रोक देना चाहिए जब तक कि सभी छात्रों के पास इसकी पहुंच समान रूप से न हो.
प्रदर्शनकारियों ने जब कलेक्ट्रेट बंद करवाने की मांग की तो पुलिस ने वहां लाठीचार्ज कर दिया. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि दो लोगों को बुरी तरीके से चोट आई हैं.
केरल स्टूडेंट यूनियन (KSU) और फ्रेटर्निटी मूवमेंट संगठनों ने भी कोजीकोट में प्रदर्शन किया. यूथ कांग्रेस ने मलप्पुरम में विरोध प्रदर्शन किया. सूत्रों ने बताया कि कुछ छात्रों ने मलप्पुरम में जिला शिक्षा के दफ्तर में भी घुसने की कोशिश की.
केरल सरकार ने LKG से लेकर 12वीं क्लास तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू कर दीं हैं. ये क्लास सरकार के बनाए हुए यूट्यूब चैनल पर प्रसारित होती हैं. इस घटना से सवाल उठे हैं कि क्या सरकार ने क्या जल्दबाजी में 1 जून से ये क्लास चलाने का फैसला किया है? क्या सरकार को ये सुनिश्चित नहीं करना चाहिए था कि समाज के हर तबके के छात्रों तक इन माध्यमों की पहुंच है या नहीं?
छात्रा के पिता बालाकृष्णन दिहाड़ी मजदूर हैं और परिवार के पास स्मार्टफोन नहीं है. यहां तक कि उनका टेलीविजन काम नहीं करता है.
विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा है कि इस घटना से उन्हें सदमा पहुंचा है-
देविका के माता-पिता, शिक्षक और पड़ोसी बताते हैं कि उनकी बेटी पढ़ाई में बहुत ही होनहार थी.
राज्य के शिक्षा मंत्री सी रवींद्रनाथ ने जिला शिक्षा अधिकारी से इस छात्रा की मौत के संबंध में रिपोर्ट मांगी है.
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