Home News India ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ, 10 बड़ी बातें
‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ, 10 बड़ी बातें
कांग्रेस, एसपी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, टीएमसी जैसी कई पार्टियों ने इस बैठक में शिरकत नहीं की
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भारत
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(फोटोः PTI)
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देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल ज्यादातर दलों ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के विचार का समर्थन किया, हालांकि वाम दलों और एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इसे देश के संघीय ढांचे के खिलाफ करार दिया.
सूत्रों के मुताबिक, CPIM, CPI और AIMIM ने इसका विरोध किया और कहा कि इससे देश के संघीय ढांचे को नुकसान होगा.
‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के केंद्र सरकार के विचार को असंवैधानिक और संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताते हुए सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया कि यह देश में संसदीय प्रणाली की जगह पिछले दरवाजे से राष्ट्रपति शासन लाने की कोशिश है.
सीपीआई और सीपीएम ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के क्रियान्वयन को लेकर आशंका जाहिर की है.
नेशनल कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सरकार को इस बारे में सभी पक्षों से बात करनी चाहिए और यह बताना चाहिए कि इसे कैसे लागू किया जाएगा.
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इसे देश के संघीय ढांचे के खिलाफ करार दिया.
बैठक के बाद शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा, ‘‘वन नेशन- वन इलेक्शन पर प्रधानमंत्री का एजेंडा जनमत तैयार करने का है, थोपने का नहीं है.’’
एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि ज्यादातर राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन किया. एक या दो लोगों ने विरोध किया. प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस पर सभी से बात की जाएगी.
अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने देश में एकसाथ चुनाव कराने के विचार का समर्थन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस विचार के अमल में आने के बाद में देश में बहुत सकारात्मक बदलाव होगा.
तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (TRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कहा कि उनकी पार्टी एक देश एक चुनाव का समर्थन करती है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' के मुद्दे को लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी, जो इसके सभी पक्षों पर विचार करके अपनी रिपोर्ट देगी.
सरकार की तरफ से 40 पार्टियों को बैठक में बुलाया गया था. कांग्रेस, एसपी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, टीएमसी जैसी कई पार्टियों ने इस बैठक में शिरकत नहीं की.