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आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली की केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ‘राम और कृष्ण’ की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया गया, जिस पर हंगामा खड़ा हो गया. कवि कुमार विश्वास ने भी केजरीवाल सरकार में मंत्री पर जोरदार हमला बोला.
इतना ही नहीं, बीजेपी नेताओं ने आम आदमी पार्टी से हिंदू विरोधी ट्वीट के लिए माफी मांगने की मांग की. उधर, इस विवादित ट्वीट के बाद आम आदमी पार्टी पर चौतरफा हमले हुए तो केजरीवाल सरकार के मंत्री ने ट्वीट डिलीट कर अकाउंट हैक हो जाने की बात कही.
आम आदमी पार्टी नेता और केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को एक ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में लिखा था, 'अगर यह बात प्रमाणित है कि राम और कृष्ण तुम्हारे पूर्वज हैं तो इतिहास में इनको पढ़ाया क्यों नहीं जाता है. पूर्वजों का इतिहास होता है, जबकि इनका कोई प्रमाणिक इतिहास नहीं है. यह पौराणिक कथाएं हैं, ऐतिहासिक नहीं. जबकि पेरियार जी का दृष्टिकोण प्रमाणिकता और तार्किकता के आधार पर था.'
केजरीवाल सरकार में मंत्री के इस विवादित ट्वीट पर कवि कुमार विश्वास ने जोरदार हमला बोला. उन्होंने फेसबुक पर लिखा-
केजरीवाल सरकार में मंत्री के विवादित ट्वीट को लेकर दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने आम आदमी पार्टी से माफी की मांग की है.
बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने ट्विटर पर लिखा, “केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था. देश ने जवाब दिया, दिल्ली ने सातों सीटों पर बीजेपी को जिताकर जवाब दिया. अब उनकी पार्टी भगवान राम और कृष्ण का सबूत मांग रही है. अब फिर दिल्ली की जनता जवाब देगी.”
आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए नेता कपिल मिश्रा ने भी जोरदार हमला बोला. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “या तो केजरीवाल के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम सार्वजनिक रूप से भगवान ‘राम और कृष्ण’ विरोधी ट्वीट के लिए माफी मांगें, या मीडिया में आकर बताएं ‘राम और कृष्ण’ के अस्तित्व के प्रति उनके विचार क्या हैं. अन्यथा उनके खिलाफ आपराधिक केस भी होगा और सार्वजनिक विरोध भी.”
कपिल मिश्रा ने एक और ट्वीट में कहा, "मेरे ट्वीट और केजरीवाल को ललकारने के बाद केजरीवाल के मंत्री ने अपने 'राम कृष्ण' विरोधी ट्वीट को डिलीट कर दिया है. आम आदमी पार्टी वोट लेने के लिए हिन्दू विरोधी राजनीति कर रही है. 'राम और कृष्ण' विरोधी बयान के लिए केजरीवाल और उनके मंत्री को माफी मांगनी ही पड़ेगी . "
चुनावी सीजन में मंत्री के इस विवादास्पद ट्वीट के बाद आप पर चौतरफा हमले हुए तो बाद में मंत्री ने ट्वीट डिलीट कर अकाउंट हैक हो जाने की बात कही.
राजेंद्र पाल ने कहा कि मैंने कोई ट्वीट नहीं किया है, ट्वीट देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी ने राजनैतिक द्वेष के चलते, चुनाव के समय हमारी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसी शरारत की है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी धर्म बराबर हैं, हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं.
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