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घूमने-फिरने के लिए दोस्त नहीं, स्मार्टफोन जरूरी होता है!

ट्रैवलिंग के दौरान स्मार्टफोन है जरूरी, लेकिन जानिए कौन है स्मार्टफोन पर भी भारी.

द क्विंट
भारत
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(फोटो: द क्‍व‍िंट)
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(फोटो: द क्‍व‍िंट)
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हम भारतीयों को कुछ पसंद हो न हो, लेकिन घूमना-फिरना जमकर पसंद होता है. फिर चाहे वो वीकेंड वाली स्मॉल ट्रिप हो या फिर लंबा वाला प्लांड होलीडे. हर किसी को अपने दोस्तों के साथ घूमना-फिरना पसंद होता है. ट्रैवलिंग के दौरान हमें न सिर्फ खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं, बल्कि को-ट्रैवलर्स भी.

लेकिन मशहूर सर्च इंजन ओपेरा के सर्वे के मुताबिक, घूमने-फिरने के लिए लोगों को दोस्तों की नहीं, बल्कि महज एक स्मार्टफोन की जरूरत होती है. ओपेरा ने हिमाचल की खूबसूरत वादियों से लेकर अंडमान के खूबसूरत समुद्री किनारों तक जाने वाले ट्रैवलर्स पर एक सर्वे किया और जाना कि घूमने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी क्या होता है.

मोबाइल का नेटवर्क गायब- मतलब खुशियों का दी एंड

ट्रैवलर्स को ट्रैवलिंग के दौरान जो सबसे बड़ी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है, वह है मोबाइल नेटवर्क की. दरअसल, ट्रवलर्स कहीं भी जाने के बाद सबसे ज्यादा जीपीएस नेवि‍गेशन पर डिपेंड होते हैं, जिसके जरिए वह आसानी से अपने डेस्टिनेशन और अपनी प्रजेंट लोकेशन का पता लगा सकते हैं. हालांकि गूगल प्ले स्टोर पर ओपन स्ट्रीट मैप और मैप फैक्टर जैसे कुछ ऑफलाइन नेवीगेशन एप्लीकेशन भी मौजूद हैं, जिनके जरिए लो नेटवर्क में भी आप नेवि‍गेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन फिर भी ट्रैवलिंग के दौरान नो नेटवर्क सबसे बड़ी समस्या होती है.

बड़े काम का है स्मार्टफोन

ट्रैवलिंग के दौरान लोगों को दोस्त से ज्यादा स्मार्टफोन की जरूरत इसलिए भी होती है, क्योंकि स्मार्टफोन अनजान जगहों पर भी आपकी भरपूर मदद कर सकता है. ट्रैवलिंग के दौरान स्मार्टफोन बड़े काम की चीज है. स्मार्टफोन के जरिए आप अनजान जगहों पर न सिर्फ सस्ते होटल और रेस्टोरेंट ढूंढ सकते हैं, बल्कि कहीं भी टैक्सी भी बुक कर सकते हैं. इसके अलावा स्मार्टफोन आपके लिए खूबसूरत तस्वीरें क्लिक करने के काम भी आता है.

इन सबके बावजूद भी करीब 34.5 फीसदी भारतीयों को बिना स्मार्टफोन के ट्रैवलिंग करने में डर लगता है. वहीं करीब 6.9 फीसदी लोगों को रोमिंग के चलते आने वाले बिल से डर लगता है. इसके अलावा 7.8 फीसदी भारतीयों को ट्रैवलिंग के दौरान फोन गुम हो जाने का डर रहता है.

सोशल मीडिया के लिए स्मार्टफोन

सर्वे के मुताबिक, करीब 32.8 फीसदी भारतीयों को ट्रैवलिंग के दौरान सोशल मीडिया पर पोस्ट करना भी अच्छा लगता है. स्मार्टफोन के जरिए वह अपने चहेतों के साथ न सिर्फ अपनी प्रजेंट लोकेशन शेयर कर सकते हैं, बल्कि वहां की खूबसूरत तस्वीरें भी शेयर कर सकते हैं.

ट्रैवलिंग के दौरान करीब 16.4 फीसदी भारतीय स्मार्टफोन में इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल अपनी फैमिली और फ्रेंड्स से जुड़े रहने के लिए करते हैं वहीं 17.2 फीसदी भारतीय इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल जीपीएस नेवि‍गेशन के इस्तेमाल के लिए करते हैं.

स्मार्टफोन से प्यारी है फैमिली

भले ही स्मार्टफोन में कितनी ही खूबियां क्यों न हों, लेकिन फिर भी यह फैमिली की कमी पूरी नहीं कर सकता. यही वजह है कि वेकेशन पर फैमिली के साथ जाने वालों का आंकड़ा अब भी सब पर भारी है.

सर्वे के मुताबिक, करीब 32 फीसदी भारतीय ट्रैवलिंग के दौरान स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के बजाय अपनी फैमिली के साथ समय बिताना पसंद करते हैं. वहीं करीब 29 फीसदी भारतीयों को ट्रैवलिंग के दौरान फ्री वाई-फाई कनेक्शन की तलाश होती है, ताकि वह अपना मोबाइल डेटा बचा सकें.

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Published: 03 Aug 2016,04:19 PM IST

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