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घर जाने के लिए पटरी पर चल रहे थे 2 मजदूर, रेल की चपेट में आकर मौत

छत्तीसगढ़ में रेल की पटरी से होकर पैदल अपने घर के लिए निकले दो श्रमिकों की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई है

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लॉकडाउन बढ़ने के बाद खाने और रहने के लिए सड़कों पर उतर रहे प्रवासी मजदूर
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लॉकडाउन बढ़ने के बाद खाने और रहने के लिए सड़कों पर उतर रहे प्रवासी मजदूर
(प्रतीकात्मक तस्वीर:PTI)

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छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में रेल की पटरी से होकर पैदल अपने घर के लिए निकले दो श्रमिकों की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई है. कोरिया जिले के पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ थाना क्षेत्र के उदलकछार से दर्रीटोला रेलवे स्टेशन के बीच मालगाड़ी की चपेट में आने से दो श्रमिक उसडी गांव निवासी कलेश्वर राजवाड़े (21 वर्ष) और नेवरा गांव निवासी गुलाब राजवाड़े (20 वर्ष) की मौत हो गई है. जबकि साथ ही चल रहे दो अन्य श्रमिक मोहनलाल (20 वर्ष) और उमेश देवांगन बाल बाल बच गए.

पूरी रात पटरियों पर चलते रहे

अधिकारियों ने बताया कि चारों श्रमिक पेंड्रा मरवाही गौरेला जिले में स्थित खाद बीज बनाने वाली कंपनी में काम करते थे. लॉकडाउन के कारण राज्य में परिवहन बंद है. ऐसे में यह श्रमिक सूरजपुर जिले में स्थित अपने गांव जाने के लिए पूरी रात पटरियों पर चलते रहे. लेकिन सुबह मालगाड़ी की चपेट में आ गए. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है.

लॉकडाउन में मजदूर परेशान!

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन बढ़ाकर 40 दिनों का कर दिया गया है. ऐसे में सबसे बड़ी समस्या प्रवासी मजदूरों के लिए खड़ी हो गई है. फैक्ट्री, कंपनियां बंद हैं ऐसे में काम मिल नहीं रहा तो ये अपने-अपने गांव-कस्बों की तरफ लौटना चाह रहे हैं लेकिन ट्रांसपोर्ट के सभी साधन भी बंद हैं. इस वजह से कुछ प्रवासी मजदूर पैदल अपने-अपने घरों की तरफ निकल गए हैं. अलग-अलग राज्यों में कई मजदूरों को जान गंवानी पड़ी है.

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