Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019राजस्थान के 12 और MP के इन 6 सीटों पर 2014 से 2024 तक क्या रहा वोटिंग प्रतिशत?

राजस्थान के 12 और MP के इन 6 सीटों पर 2014 से 2024 तक क्या रहा वोटिंग प्रतिशत?

Rajasthan MP Voting Percentage: राजस्थान की कुल 25 सीटों में से 12 पर मतदान हुए. जबकि MP की 29 सीटों में से 6 पर मतदान हुए.

चंदन सिंह राजपूत
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>राजस्थान और मध्य प्रदेश में पहले फेज के चुनाव में क्या रहा वोट प्रतिशत?</p></div>
i

राजस्थान और मध्य प्रदेश में पहले फेज के चुनाव में क्या रहा वोट प्रतिशत?

फोटो- क्विंट हिंदी

advertisement

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) के पहले फेज (1st Phase) का चुनाव पूरा हो गया. इस फेज में देश भर के राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर चुनाव कराया गया. इसमें 73 सामान्य सीटें, 11 एससी सीटें और 18 एससी सीटें हैं.  

इस आर्टिकल में 2024 में राजस्थान और मध्यप्रदेश में वोट प्रतिशत और पिछले दो चुनावों में यहां वोट प्रतिशत में क्या ट्रेंड दिखे, उसपर नजर डालेंगे.

राजस्थान में क्या रहा वोटिंग प्रतिशत? 

पहले फेज में राजस्थान की कुल 25 सीटों में से 12 पर मतदान हुए. इन सीटों पर करीब 2.54 करोड़ वोटर्स हैं. इनमें जयपुर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, दौसा, बीकानेर, सीकर, गंगानगर, झुंझनू, नागौर, करौली-धौलपुर और चुरू लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए.

दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटें टोंक, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़ में मतदान होगा.

चुनाव आयोग के मुताबिक, राजस्थान में पहले चरण के चुनाव में 57.26 प्रतिशत वोट पड़े.

राजस्थान में पहले फेज में सुबह 9 बजे तक 11 प्रतिशत वोट पड़े. लेकिन 11 बजे तक ये आंकड़ा बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया था.

  • 1 बजे- 34 प्रतिशत

  • 3 बजे- 42 प्रतिशत

  • 5 बजे- 50 प्रतिशत

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले लोकसभा चुनाव का आंकड़ा देखें तो राजस्थान में इन सभी सीटों पर दूसरे चरण में मतदान कराया गया था. तब इन सीटों पर 63.7 प्रतिशत वोट पड़े थे. वहीं, 2019 लोकसभा चुनाव में पूरे राजस्थान में कुल 66.1 प्रतिशत वोट पड़े थे.

वहीं साल 2014 में राजस्थान में 63.1 प्रतिशत वोट पड़े थे. तब इन 12 संसदीय क्षेत्र में 61.7 प्रतिशत वोट पड़े थे. 

  • 2014- 61.7 प्रतिशत 

  • 2019- 63.7 प्रतिशत

किस पार्टी को पिछले 2 चुनाव में कितनी सीटें?

भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी और 2019 में एनडीए ने 25 सीटें जीती थीं, जिसमें बीजेपी के खाते में 24 सीटें और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने एक सीट जीती थी.

2019 लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कुल 3 करोड़ 24 लाख 41 हजार और 64 मतदाताओं ने वोट डाला था. इसमें बीजेपी को 1 करोड़ 89 लाख 68 हजार 392 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस को 1 करोड़ 11 लाख 7 हजार 910 वोट मिले थे. 2019 लोकसभा चुनाव में राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच 24.23 प्रतिशत वोट शेयर का अंतर था.

कैसा रहा पहले फेज में माहौल?

राजस्थान की 12 सीटों पर चुनाव के दौरान कुछ जगहों पर लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. जबकि चूरू लोकसभा क्षेत्र के सादुलपुर में फर्जी मतदान की शिकायत की वजह से पोलिंग एजेंट का सिर फोड़ने की घटना सामने आई. वहीं नागौर लोकसभा क्षेत्र में हनुमान बेनीवाल समर्थक और बीजेपी के समर्थक आपस में भिड़ गए.

राजस्थान में किन दिग्गजों को साख बचाने की चुनौती?

राजस्थान में लोकसभा चुनाव में कई दिग्गजों का भविष्य इस चुनाव पर टिका है. इसमें अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत भी शामिल हैं. वैभव गहलोत 2019 लोकसभा चुनाव हार चुके हैं. इस बार उन्होंने सीट बदल ली है. वैभव इस जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं.

राहुल कस्वां बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए हैं. इस बार उनके लिए चुनाव साख बचाने और राजनीतिक प्रतिशोध का सवाल है.

अलवर लोकसभा से बीजेपी से भूपेंद्र यादव और कांग्रेस के ललित यादव चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं. वहीं बीकानेर से बीजेपी से अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस से गोविंद राम मेघवाल और बीएसपी से खेत राम मेघवाल एक-दूसरे के आमने सामने हैं.

बाड़मेर सीट से रविंद्र सिंह भाटी के सामने बीजेपी उम्मीदवार कैलाश चौधरी होंगे. कैलाश चौधरी इस सीट से मौजूदा सांसद हैं. इस सीट पर जीतना दोनों नेताओं के लिए चुनौती होगी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मध्य प्रदेश में वोटिंग प्रतिशत कितना? 

मध्य प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर पहले फेज में मतदान करा लिए गए. शहडोल, मंडला (दोनों अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित), जबलपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा और सीधी सीटों पर मतदाताओं ने वोट डाले. 

चुनाव आयोग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में पहले फेज के चुनाव में 67.08 प्रतिशत वोट पड़े. ये आंकड़ा 2019 की लोकसभा चुनाव से कम है.

मध्य प्रदेश में पहले फेज में सुबह 9 बजे तक 14 प्रतिशत वोट पड़े. लेकिन 11 बजे तक ये आंकड़ा बढ़कर 30 प्रतिशत हो गया था.

  • 1 बजे- 44 प्रतिशत

  • 3- बजे- 53 प्रतिशत

  • 5 बजे- 63 प्रतिशत

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले लोकसभा चुनाव का आंकड़ा देखें तो मध्य प्रदेश में इन सभी सीटों पर चौथे चरण में मतदान कराया गया था. तब इन सीटों पर 71.6 प्रतिशत वोट पड़े थे. जबकि साल 2014 लोकसभा चुनाव में इन सभी 6 सीटों पर 64.8 प्रतिशत वोट मिले थे. साल 2019 में चौथे चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा वोट पश्चिम बंगाल में पड़े थे जबकि दूसरे पायदान पर मध्य प्रदेश थी.

पहले चरण में जिन 6 लोकसभा सीटें पर वोट डाले गए उनके अंतर्गत 13 जिले और 27 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. छह लोकसभा सीटों पर रजिस्टर्ड वोटर्स की कुल संख्या 1 करोड़ 13 लाख 9 हजार 636 है. इसमें 57 लाख पुरुष और 55 लाख महिलाएं हैं. 

प्रतिष्ठा का सवाल?

छिंदवाड़ा की सीट कांग्रेस नेता कमलनाथ की पारंपरिक सीट मानी जाती है. इस बार इस सीट से उनके बेटे नकुलनाथ चुनाव मैदान में है. बीजेपी के उम्मीदवार विवेक 'बंटी' साहू इस सीट पर नकुलनाथ के खिलाफ चुनावी ताल ठोंक रहे हैं.

कमलनाथ ने कहा है कि उन्हें छिंदवाड़ा की जनता पर पूरा भरोसा है. पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी. पूरे राज्य में कांग्रेस एकमात्र सीट जीत सकी थी, बाकि 28 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT