कहते हैं कि वेलेंटाइन डे प्यार करने वालों का दिन होता है..लेकिन क्या प्यार की परिभाषा को कुछ शब्दों में या दिनों में समेट देना सही होगा..लंबी बहस है लेकिन प्यार, इश्क, मोहब्बत ऐसे एहसास हैं, जो प्रकृति के कोने-कोने में रचे-बसे हैं. जरूरत है तो सिर्फ उन्हें महसूस करने की...
जब मैंने पहली बार अपने हाथों में कैमरा लिया था मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था कि कैमरे की नजरों से दुनिया इतनी खूबसूरत हो सकती है, किसी ने मुझसे सही कहा था कि जिस दिन तुम कैमरे कि नजर से दुनिया को देखना शुरू करोगी तुम्हें दुनिया की हर चीज खूबसूरत नजर आएगी.
सच मानिए कुछ ऐसा ही हुआ मेरी जिन्दगी को और दुनिया को देखने का नजरिया ही बदल गया. आज वेलेंटाइन डे है, हम फोटोग्राफर्स हर जगह प्यार ढूंढ लेते हैं, ऐसे ही मेरे कुछ फोटोग्राफर दोस्तों ने उन लम्हों को कैमरे में कैद किया है जो प्यार के लिए किसी दिन,जगह और वक्त का मोहताज नहीं है.
देखिए फोटोग्राफर्स की नजर से प्यार की छोटी-छोटी कहानियां:
बेरंग दुनिया का रंगों से प्यार
वृन्दावन के मंदिर में होली खेलती विधवाएं (फोटो: Prakhar Tripathi)
एक साधु की आस्था से मोहब्बत (फोटो: Prakhar Tripathi)
बाप -बेटे का साथ (फोटो: Manidhar Sambhanu)
शादी का खूबसूरत रिश्ता (फोटो: Vikas Motwani)
मेरा मुझसे रिश्ता (फोटो:Prakhar Tripathi)
बचपन से मोहब्बत ( फोटो: Prakhar Tripathi)
बचपन की दोस्ती और मजबूत साथ (फोटो: Prakhar Tripathi)
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वो मेरे बुढ़ापे का सहारा, निस्वार्थ प्यार (फोटो: Prakhar Tripathi)
प्यार का एहसास किसी का मोहताज नहीं है ( फोटो: Manidhar Sambhanu)
मेरे लिए प्यार के मायने-चंद पैसे कमाना है (फोटो: Vikas motwani)
तू और मैं बस हमारी इतनी सी दुनिया (फोटो: Manidhar Sambhanu)
मां की ममता से बढ़कर प्यार की कोई परिभाषा नहीं होती (फोटो: Manidhar Sambhanu)
तेरा मेरा साथ जन्मों तक बना रहे (फोटो:Smriti Singh Chandel)
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