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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में मंगलवार शाम प्रदेश कैबिनेट की बैठक बुलाई है. इस बैठक में 2018-19 के दूसरे अनुपूरक बजट मसौदे को मंजूरी देने के साथ कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर फैसले लिए जाने की संभावना है. अनुपूरक बजट करीब 11 हजार करोड़ रुपये का हो सकता है. वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल बुधवार को 12.20 बजे चालू वित्त वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेंगे.
सूत्रों ने बताया कि अनुपूरक बजट में लोक निर्माण, प्रयागराज कुंभ, जेवर एयरपोर्ट के साथ ऊर्जा, स्वच्छ भारत मिशन और वन, पर्यावरण से जुड़े प्रस्तावों को जगह मिल सकती है. सातवें वेतन का एरियर और बोनस-डीए का भुगतान किए जाने की वजह से राजकोष की माली हालत इस समय बहुत ठीक न होने से बहुत जरूरी और चुनिंदा प्रस्तावों को ही दूसरे अनुपूरक में जगह मिलने की उम्मीद है. बजट प्रस्तावों में अधूरे कार्यों को पूरा करने से जुड़े प्रस्तावों को तवज्जो दी गई है.
राज्य में शिक्षा की स्थिति में सुधार और गुणवत्ता परक शिक्षा के लिये उप्र सरकार ‘दृष्टिपत्र' तैयार कर रही है. सरकार में आने के बाद चार सूत्रों सुखी मन शिक्षक, तनावमुक्त विद्यार्थी, गुणवत्तापरक शिक्षा और नकलविहीन परीक्षा पर कार्य आरंभ किया गया.
उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने सोमवार को कहा कि 'परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था. इसके निर्धारण की प्रक्रिया भी अब चार स्तरीय कर दी गई है और सबकी जिम्मेदारी तय है. एक सॉफ्टवेयर बनाया गया, जिसके जरिए परीक्षा केन्द्र चाहने वाले विद्यालयों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है और सुविधाओं का विवरण देना होता है. इसके बाद सॉफ्टवेयर में दी गई जानकारी के अनुसार ऐसे केन्द्रों की सूची बनती है जो बोर्ड परीक्षा के मानकों पर खरे उतरते हैं.'
उन्होंने कहा कि इस सूची को प्रदर्शित करने के साथ ही उसमें यदि कोई खामियां है तो उनकी जांच डीआईओएस और शिक्षा विभाग के अधिकारी करेंगे. अगले स्तर पर इसकी जांच डीएम या एडीएम करेंगे. अंतिम जांच शिक्षा विभाग करेगा और उसका निर्णय अंतिम होगा. सभी परीक्षा केन्द्रों में सीसीटीवी मय रिकॉडिंग, शौचालय, चाहरदीवारी होना जरूरी है.
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के एक स्कूल में इस्लामिक तरीके से अभिवादन ‘सलाम’ न करने पर एक प्रधानाध्यापक ने छात्रों की पिटाई कर दी. बच्चों ने इस मामले की शिकायत दौरे पर आई प्रमुख सचिव से की, जिसके बाद मामले की जांच में प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया.
मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा शर्मा ने सोमवार को बताया कि प्रमुख सचिव और जिले की नोडल अधिकारी डिंपल वर्मा रविवार को जिले के दौरे पर आई थीं. इसी दौरान वह तिलहर क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र बिलहरी स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के दौरे पर गईं. सूचना पाकर ग्रामीणों के साथ इसी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाला कक्षा छह का छात्र प्रियांशु भी पहुंचा और उसने प्रमुख सचिव को बताया कि हमारे प्रधानाध्यापक चांद मियां से जब हम लोग गुड मॉर्निंग कहते हैं, तो वह कहते हैं कि हमसे ‘सलाम वालेकुम’ कहो. उन्होंने बताया कि पीड़ित छात्र प्रियांशु ने कहा कि हम लोग सलाम वालेकुम नहीं बोल पाते तो प्रधानाचार्य चांद मियां उन्हें बुरी तरह पीटते हैं. प्रियांशु ने अपनी गर्दन पर पिटाई के दौरान आई चोटें भी प्रमुख सचिव को दिखाई. शर्मा ने बताया कि छात्र प्रियांशु की चिकित्सीय जांच कराई गई, साथ ही प्राथमिक जांच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई और प्रधानाध्यापक के निलंबन की कार्रवाई की जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 दिसंबर को गाजीपुर आएंगे और महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करेंगे. रेल राज्यमंत्री और संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन महापुरुषों को सम्मान देने का सिलसिला शुरू किया है जिन्हें पिछली सरकार ने उपेक्षित रखा.
गाजीपुर जिला मुख्यालय के आरटीआई मैदान में प्रधानमंत्री की सभा रखी गयी है. वहीं वह महाराजा सुहेलदेव के सम्मान में डाक टिकट जारी करेंगे और साथ ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी करेंगे. प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की जिले की यह दूसरी यात्रा है. इससे पहले वह नवम्बर 2016 में आए थे.
यूपी में कक्षा-9 और 10 के सामान्य वर्ग के छात्रों को भी अब तीन हजार रुपये सालाना वजीफा मिलेगी. इतना ही नहीं उनके लिए पात्रता की शर्तों में परिवार की सालाना इनकम भी दो लाख रुपये से बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी गई है. इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया गया है. इसका फायदा तीन लाख से ज्यादा छात्रों को मिलेगा.
बढ़ाई गई दर पर वजीफा चालू वित्त वर्ष से ही दिया जाएगा. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए 14 अप्रैल को अम्बेडकर जंयती के मौके पर वजीफा राशि बढ़ाने की घोषणा की थी, जिसे लागू कर दिया गया है. अब सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए भी यह सुविधा दे दी गई है. अभी तक सामान्य वर्ग के छात्रों को सालाना 2250 रुपये वजीफा दिया जाता था.
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