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देश के तमाम राज्यों के बाद अब मध्य प्रदेश में बारिश आफत बनकर बरस रही है. ग्वालियर, चंबल के 4 जिलों के 1171 गांवों में बाढ़ का संकट है. ,अकेले शिवपुरी और श्योपुर जिलों में पिछले 24 घंटे में हुई 800 मिमी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. वहीं अब तक कुल 1600 लोगों को बचाया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है और इसके लिए सेना की मदद भी ली जा रही है.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में हो रही भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति बन गई है. राहत और बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ और एयरफोर्स के बचाव दल को बुलाया गया है. अब तक 1600 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. एनडीआरफ की और टीमें बुलाई गई हैं, क्योंकि 200 गांव अभी भी घिरे हुए हैं , जहां बोट द्वारा ऑपरेशन जारी है. मनीखेड़ा डैम ओवरफ्लो होने से उसके 10 गेट खोले गए हैं. हालांकि प्रभावित गांवों को सतर्क किया गया था. लोगों को ऊंचे स्थानों पर भेजकर सुरक्षित किया गया है, साथ ही राहत शिविरों में भोजन की व्यवस्था की गई है.
बाढ़ की स्थित को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई. बैठक मंत्रालय के सिचुएशन रूम में हुई, जहां स्टेट कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. सीएम कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित जिलों के प्रशासन से स्थिति का जायजा लेने के साथ ही जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. इधर , एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही एयरफोर्स के अधिकारियों से भी रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर जानकारी ली जा रही है. बाढ़ के हालातों की समीक्षा करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं कल से निरंतर संपर्क में हूं. कल से ही राहत बचाव कार्य जारी है और एनडीआरएफ और एयरफोर्स के बचाव दल को बुला लिया गया.
गृह विभाग के प्रमुख सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि शिवपुरी में बीते 24 घंटे में 470 मिमी और 48 घंटे में 798 मिमी बारिश दर्ज की गई है. यहां 200 से ज्यादा गांव शिवपुरी , श्योपुर जिले के जलमग्न हैं और मनीखेड़ा डैम के 10 गेट खोले गए हैं. शिवपुरी के 22 गांव से कई लोगों का रेस्क्यू किया गया.
बाढ़ प्रभावित जगहों में मोबाइल नेटवर्क भी बाधित है, जिसे जल्द से जल्द ठीक करने का काम जारी है, जिससे लोगो से संपर्क किया जा सके और रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद मिल सके.
एयरफोर्स के रेस्क्यू ग्रुप कैप्टन शेरावत ने सीएम शिवराज को जानकारी देते हुए बताया कि, हमारी 5 टीम तैयार हैं लेकिन बादल काफी नीचे हैं, हमारी प्राथमिकता लोगों को बचाने की है. एयरफोर्स बचाव दल से मुख्यमंत्री ने कहा कि आप जैसे ही ऑपरेशन शुरू करें बिछी गांव के पेड़ पर रात भर से फसें तीन लोगों को प्राथमिकता से बचाएं.
इसके अलावा दतिया कलेक्टर ने बताया 6 गांव में पानी ज्यादा है. ओरिना के मंदिर में 2 पुजारी फंसे हैं, उन्हें बोट ऑपरेशन से बचाने का काम जारी है. हालांकि दतिया के ज्यादातर गांवों में लोग सुरक्षित हैं.
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