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कोरोना वायरस के संकट के बीच मध्य प्रदेश के गुना जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें आई हैं. राजगढ़ से लौटे मजदूर के परिवार को स्थानीय प्रशासन ने शौचालय में क्वॉरंटीन कर दिया. बताया जा रहा है कि टोडर ग्राम पंचायत के स्कूल में जगह नहीं मिल सकी इसलिए परिवार को शौचालय में ही क्वॉरंटीन रहना पड़ा.
प्रवासी मजदूर भैयालाल का कहना है कि-
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि भैयालाल सहरिया नाम का प्रवासी मजदूर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रात जामनेर के पास के गाँव देवीपुरा में आया था. यह उसी गाँव का निवासी है. गांव में रात में किसी ने आने नही दिया तो वह गाँव के प्राथमिक स्कूल परिसर में चला गया. फिर सुबह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उससे मिली और 104 पर फोन लगाया लेकिन उसने पंचायत सचिव ,पटवारी या अन्य किसी को सूचित नहीं किया.
राघोगढ़ के तहसीलदार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने पहुंची तब उसी टीम ने पुलिस को सूचित किया. पुलिस की टीम एवं पंचायत सचिव मौके पर पहुंचे और स्कूल का कमरा खुलवाया और खाने का सामान उपलब्ध कराया. लेकिन तब भैयालाल ज्यादा शराब पिया हुआ था कमरे से निकलकर बाथरूम में जाकर बैठ गया पुलिस ने और उसकी पत्नी ने उसे समझाया लेकिन नशा ज्यादा होने के कारण वह वहीं बैठ गया.
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने मजदूरों के शौचालय में रहने के फोटो ट्वीट करते हुए लिखा-
बताया जा रहा है कि अब भाईयलाल की व्यवस्था स्कूल में ही कर दी गयी है. वह राजगढ़ से आया हुआ है जब उसके परिबार उसे अपने पास रखना चाहेगे उसे उसके घर भेज दिया जाएगा.
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