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Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में लगभग पांच महीने बचे हैं. ऐसे में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और विपक्षी कांग्रेस के बीच पोस्टर वार देखने के मिल रहा है.
शुक्रवार (23 जून) को भोपाल के एक बाजार में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को निशाना बनाकर उनके आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि पोस्टर बीजेपी के इशारे पर लगाए गए थे और मामले में कार्रवाई की मांग की.
बाद में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचा. हालांकि, शिकायत दर्ज नहीं की गई, जिसके कारण कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन के अंदर धरने पर बैठ गए.
कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दावा किया कि कमल नाथ के आपत्तिजनक पोस्टर से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने ऐसा कुछ नहीं किया है. हो सकता है कि इस कृत्य के पीछे कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे युवा हों.
बाद में भोपाल में कई स्थानों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऐसे ही आपत्तिजनक पोस्टर सामने आए. शॉपिंग मॉल के अलावा राज्य के सचिवालय भवन वल्लभ भवन और सतपुड़ा भवन की दीवारों पर भी पोस्टर लगाए गए हैं.
हालांकि, कांग्रेस और बीजेपी दोनों दावा कर रहे हैं कि पोस्टर वॉर से उनका कोई लेना-देना नहीं है. संभावना है कि पुलिस हरकत में आएगी और इन्हें लगाने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाएगी.
दरअसल, राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. दोनों दलों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ सियासी हमले किये जा रहे हैं. बीजेपी जहां एक बार सत्ता में वापसी को लेकर ताल ठोंक रही हैं तो वहीं, कांग्रेस का दावा है कि इस बार पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आयेगी.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो, जिन राज्यों में चुनाव होता है, वहां पर ऐसे पोस्टर्स लगना कोई हैरानी की बात नहीं है. पोस्टर्स के जरिए कई बार चुनावी हवा बनाने की कोशिश होती है. ऐसे में अभी कई अन्य पोस्टर्स भी एमपी में जल्द देखने को मिल सकते हैं. हालांकि, इन पोस्टर्स का कितना असर होगा, ये कहना जल्दबाजी होगी.
(इनपुट-IANS)
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