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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पीएम मोदी से मिलकर CAA, NRC, NPR पर अपनी भूमिका साफ कर दी है. अब उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना नागरिकता कानून के पक्ष में दिख रही है.
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा, "प्रधानमंत्री जी से CAA, NRC, NPR पर बात हुई. मैंने अपनी भूमिका स्पष्ट की है. CAA को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं है. ये किसी को देश से निकालने के लिए कानून नहीं है."
मुख्यमंत्री बनने के बाद ये पहला मौका है, जब उद्धव ठाकरे दिल्ली आए. इससे पहले एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत करने उद्धव ठाकरे खुद एयरपोर्ट पर गए थे.
यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुई जब महाविकास आघाड़ी मतलब कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन में कई मुद्दों पर टकराव की स्थिति बनी हुई है. नागरिकता कानून और एनपीआर को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की अलग-अलग राय है.
जहां उद्धव ठाकरे ने कहा कि CAA, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) अलग-अलग हैं. CAA से किसी को डरने की जरूरत नहीं है. वहीं कांग्रेस ने कहा है कि उनकी पार्टी CAA, NRC और NPR के बिल्कुल खिलाफ है.
बता दें, उद्धव ठाकरे के शिवसेना ने बीजेपी से 17 साल पुरानी दोस्ती तोड़ कर अपने धुर विरोधी शरद यादव की एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन कर लिया था. बीजेपी और शिवसेना ने अक्टूबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन नतीजों के बाद सीएम पद को लेकर दोनों पार्टी में बात नहीं बनी और कई हफ्तों के राजनीतिक ड्रामे के बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली.
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