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कोरोना वायरस के मामले अचानक बढ़ने के बाद पुणे में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा रात में मूवमेंट पर भी प्रतिबंध लगाए जाएंगे. अब ऐसी ही खबर महाराष्ट्र के अमरावती जिले से आई है. बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए अमरावती में एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है.
सीएम उद्धव ठाकरे ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि अगले आठ-दस दिन हालात का जायजा लेने के बाद सख्त कदम उठाने पर फैसला किया जाएगा.
राज्य सरकार ने महाराष्ट्र में कुछ दिनों के लिए धार्मिक कार्यक्रम, सामाजिक कार्यक्रम, राजनीतिक रैलियां और प्रदर्शनों पर रोक लगा दी है. साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने निजी कंपनियों से 'वर्क फ्रॉम होम' पर जोर देने को कहा है.
कैबिनेट मंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि अमरावती में लॉकडाउन 22 फरवरी की शाम से शुरू होगा. महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं को मंजूरी दी जाएगी और सात दिन तक सख्त लॉकडाउन रहेगा.
पुणे में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. 28 फरवरी तक स्कूल और कॉलेजों को भी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.
पुणे जिले में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 10 फीसदी पहुंच गया है. जबकि 15 दिन पहले तक ये 4.5 फीसदी था. पिछले एक हफ्ते से पुणे में रोज 750 से 800 मामले सामने आ रहे हैं. 20 फरवरी को पुणे में 849 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए.
राज्य के कैबिनेट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने NDTV को बताया, "कोरोना वायरस के मामले नागपुर, अकोला, अमरावती, यवतमाल, मुंबई और पुणे में बढ़ रहे हैं. हमने जिला प्रशासन से लॉकडाउन और प्रतिबंधों को लेकर फैसला करने को कहा है."
NDTV के मुताबिक, यवतमाल में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं. स्कूल और कॉलेजों को 28 फरवरी तक बंद कर दिया गया है और पांच या उससे ज्यादा लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगाई गई है.
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