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कई दिनों से यवतमाल में पंधरकावड़ा जंगल के आसपास रहने वाले लोगों की नींद हराम कर चुकी नरभक्षी बाघिन अवनि को मार दिया गया है. अवनि ने 14 इंसानों को अपना शिकार बनाया था. महाराष्ट्र सरकार ने अवनि को मारने के लिए शूट-एट-साइट का आदेश दिया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अवनि को उसके दो बच्चों के साथ पहली बार 2012 में यवतमाल के जंगलों में देखा गया था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो सालों में अवनि ने 14 इंसानों को मारकर खाया है.
कई एनवॉयरमेंट एक्टिविस्ट का कहना है कि पंधरकावड़ा जंगल में अवैध घास चराई, अवैध अतिक्रमण और एक प्राइवेट सीमेंट फैक्ट्री के विस्तार के चलते जानवरों का इंसानों से टकराव बढ़ गया है. ऐसे में जानवरों के हमले इलाके में तेज हो गए हैं और बाघ जैसे जानवर आदमखोर हो रहे हैं.
पंधरकावड़ा इलाके के लोग बाघिन अवनि के नरभक्षी होने के बाद से ही खौफ के साये में जी रहे थे.अवनि को मारे जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. कुछ लोगों ने तो इसकी खुशियां मनाते हुए पटाखे जलाए और मिठाई बांटी है.
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