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दुनिया भर में ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे के बीच राहत की खबर है कि भारत में अभी तक एक भी मरीज नहीं हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि देश में अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है.
इससे पहले सुबह, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने नए कोविड वेरिएंट के सामने आने के बाद राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने राज्यों को सलाह दी गई है कि वे पॉजिटिव मामलों की शीघ्र पहचान और इसके प्रबंधन के लिए टेस्टिंग में तेजी लाएं.
साथ ही, केंद्र ने हर घर दस्तक अभियान को 31 दिसंबर तक बढ़ाने का निर्देश दिया है, जिसमें 100 प्रतिशत पहली खुराक प्रदान करने और जिन्हें दूसरी खुराक दी जानी है, उन पर भी ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है.
राज्यों को शीघ्र पहचान और पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने के लिए समय पर परीक्षण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी कहा गया है.
विश्व स्वास्थ्य निकाय ने एक बयान में कहा कि ओमिक्रॉन के अप्रत्याशित तौर पर कई सारे स्पाइक प्रोटीन हैं. इनमें से कुछ ऐसे हैं कि जो संक्रमण का तेजी से प्रसार कर बड़ी आपदा में तब्दील हो सकते हैं.
डब्लूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन उच्च संख्या में म्यूटेंट पैदा करने की क्षमता रखता है, जिसमें 26 से 32 म्यूटेंट भी हो सकते हैं और इनमें से कुछ चिंता का विषय हैं.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वैश्विक स्तर पर ओमिक्रॉन के संभावित प्रसार की संभावना अधिक है. ओमिक्रॉन वैरिएंट पूरी दुनिया में तेजी से फैल सकता है. इसलिए इसने सभी देशों से वैक्सीनेशन में तेजी लाने का अनुरोध किया है. साथ ही सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को इन आपदाओं से निपटने के लिए तैयार करने को कहा गया है.
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