Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मणिपुर में फिर पांच दिनों के लिए इंटरनेट बैन, सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश

मणिपुर में फिर पांच दिनों के लिए इंटरनेट बैन, सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश

Manipur Violence: मणिपुर में इंटरनेट सेवा 1 अक्टूबर 2023 की शाम 7.45 तक सस्पेंड रहेगी.

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>मणिपुर में इंटरनेट बैन</p></div>
i

मणिपुर में इंटरनेट बैन

(फोटो: फाइल फोटो)

advertisement

मणिपुर (Manipur Violence) के इंफाल में जारी विरोध प्रदर्शन के बाद फिर से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. अब पांच दिनों के लिए इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है. वहीं, सरकारी और निजी स्कूल को बंद करने का आदेश दिया गया है.

राज्य में मोबाइल इंटरनेट डेटा सेवाएं, वीपीएन के माध्यम से इंटरनेट व डेटा सर्विस 1 अक्टूबर 2023 की शाम 7.45 तक सस्पेंड रहेगी. इधर, राज्य सरकार ने 27 सितंबर यानी बुधवार और 29 सितंबर यानी शुक्रवार को सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है.

इंटरनेट बंद करने की आदेश की कॉपी

हत्या के विरोध में प्रदर्शन, 34 घायल

बता दें कि जाम लिनथोइनगांबी और फिजाम हेमजीत, दोनों छात्र पिछले दो महीनों से लापता थे. अब उनके शव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. जिसके बाद दोनों नाबालिग की हत्या के विरोध में फिर से हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए.

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले 26 सितंबर को सैकड़ों छात्र हत्याओं के विरोध में सड़कों पर उतर गए. उन्होंने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के आवास की ओर मार्च करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक लिया.

प्रदर्शन कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और धुआं बम छोड़े. झड़प में 34 छात्र घायल हो गए.

दोनों छात्र की हत्या की जांच CBI को सौंपी

इधर, मणिपुर सरकार ने लोगों से संयम बरतने की अपील की और अधिकारियों को दोनों छात्रों के अपहरण और हत्या की जांच करने को कहा. 25 सितंबर की देर रात, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सचिवालय द्वारा जारी एक बयान में, राज्य सरकार ने कहा कि मामला पहले ही CBI को सौंप दिया गया.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

3 मई को राज्य में लंबे समय बाद इंटरनेट सेवा बहाल की गई थी. मणिपुर में गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजातियों (एसटी) की सूची में शामिल करने के हाईकोर्ट के फैसले पर मणिपुर व्यापक हिंसा की चपेट में है, जिसके कारण बड़े पैमाने पर मैतेई और आदिवासी कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़पें हुईं और कई लोगों की जानें चली गईं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT