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मणिपुर के इंफाल स्थित एक प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता बब्लू लोइतोंगबम के घर पर गुरुवार, 5 अक्टूबर को अज्ञात व्यक्तियों ने हमला कर दिया.
मैतेई समूहों की आलोचना: विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कार्यकर्ता कट्टरपंथी मैतेई संगठनों की आलोचना में काफी मुखर रहे हैं, और उन पर कुकियों के खिलाफ हिंसा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने राज्य में महीनों से चल रहे जातीय संघर्ष पर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की भी मांग की है.
हमले की वजह क्या हो सकती है? लोइटोंगबाम के घर पर हमला उसी दिन हुआ है, जब सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन मैतेई लीपुन ने मणिपुर में संघर्ष का समाधान होने तक कार्यकर्ता को सार्वजनिक रूप से बोलने से "बहिष्कार" किया था. लोइटोंगबम के अलावा, संगठन ने मणिपुर की पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृंदा थौनाओजम पर भी सार्वजनिक रूप से अपनी राय रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
क्षेत्र में अपने प्रभाव के लिए जाने जाने वाले मेइतेई लेपुन ने इस प्रतिबंध के आधार के रूप में चल रही उथल-पुथल के बीच कथित गलत सूचना और आम जनता को गुमराह करने का हवाला दिया.
इनपुट: बोरुन थोकचोम
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