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करतारपुर कॉरिडोर के उद्धघाटन समारोह से लौटे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि इससे भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में उल्लेखनीय सुधार होगा. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में पहला जत्था 9 नवंबर को पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब गुरद्वारे के दर्शन करने पहुंचा. 9 नवंबर को सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोला गया.
पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए मनमोहन सिंह ने इस कॉरिडोर को खुलने को एक बड़ी बात बताते हुए कहा, 'मुझे पूरी उम्मीद है कि इस कॉरिडोर के खुलने से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में उल्लेखनीय सुधार होगा.' मनमोहन सिंह ने अपनी पत्नी के साथ गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन किए. करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए सिंह को पाकिस्तान सरकार ने विशेष निमंत्रण भेजा था.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर का उद्धघाटन किया.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मौके पर कहा कि सिख समुदाय की बीते 70 सालों से मांग रही है कि पाकिस्तान स्थित उसके धर्मस्थलों तक समुदाय के सदस्यों को जाने दिया जाए. उन्होंने कहा, 'ये शुरुआत है. उम्मीद है कि ये प्रक्रिया जारी रहेगी और कई अन्य गुरुद्वारों के लिए भी इजाजत मिलेगी.'
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी सदस्य और पंजाब के सभी 117 विधायक और सांसद पहले जत्थे का हिस्सा थे. करतारपुर गलियारा के उद्घाटन के बाद अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और सनी देओल समेत कई नेता वापस पाकिस्तान लौट आए हैं.
पीएम मोदी ने 9 नवंबर की सुबह पंजाब से पहले जत्थे को रवाना किया. इसके लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को धन्यवाद कहते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मैं इमरान खान का धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने भारत की भावनाओं को समझा. मैं पाकिस्तान के मजदूरों का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इसे बनाने में मदद की.'
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