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आतंकवाद को लेकर ताजा आंकड़े सामने आए हैं, जिनके मुताबिक,
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, अमेरिका के संगठन ‘नेशनल कॉन्सॉशियम फॉर द स्टडी ऑफ टेररिज्म ऐंड रेस्पॉन्स टु टेररिज्म’ की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि तालिबान, इस्लामिक स्टेट(IS) और बोकोहरम सबसे खतरनाक आतंकी सगठन हैं. इसके बाद चौथे नंबर पर भारत में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) है. सीपीआई (माओवादी) को पिछले साल 238 हमलों का जिम्मेदार माना गया, जिसमें 287 लोगों की जान गई.
आतंकी संगठन---------------हमले-------------कुल मौत
तालिबान------------------------1093--------------4512
इस्लामिक स्टेट------------------931---------------6050
बोको हरम------------------------491---------------5450
सीपीआई (माओेवादी)---------343----------------176
कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी----------238----------------287
भारत में हुए आतंकी हमलों में आधे से ज्यादा सिर्फ 4 राज्यों में हुए हैं, जिनमें छत्तीसगढ़, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर, और झारखंड हैं. छत्तीसगढ़ माओवादी हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित है.
राज्य-------------आतंकी हमले (प्रतिशत में)
छत्तीसगढ़---------21%
मणिपुर------------12%
जम्मू-कश्मीर------11%
झारखंड------------10 %
अन्य-----------------46%
2014 के आंकड़ों से तुलना करें तो छत्तीसगढ़ में हुए आतंकी हमलों की संख्या 2015 में दोगुनी हो गई. 2014 में जहां 76 हमले हुए वहीं 2015 में 167 हमले हुए. रिपोर्ट कहती है कि 2014 में कोई भी हमला ऐसा नहीं हुआ जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की जान गई हो, लेकिन 2015 में ऐसे कई हमले हुए हैं.
गृहमंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो 2010 से 2015 में नक्सली हमलों में 2964 लोगों की जान गई. इनमें 2162 आम नागरिक थे और 802 पुलिसकर्मी थे.
अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, 2015 में आतंकी और उग्रवादी संगठनों द्वारा अगवा किए गए लोगों की संख्या करीब तीन गुनी हो गई. 2014 में पूरे देश में कुल 305 लोगों का अपहरण हुआ था जबकि 2015 में अगवा किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 862 हो गई. इनमें 707 लोगों को नक्सलवादियों ने अगवा किया था. 2014 में नक्सलवादियों ने 163 लोगों को अगवा किया था.
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