Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019अगर मां डिप्रेशन की शिकार है तो बच्चों का स्वभाव कठोर हो जाता है

अगर मां डिप्रेशन की शिकार है तो बच्चों का स्वभाव कठोर हो जाता है

डिप्रेशन में इंसान किसी एक बात पर नहीं बल्कि हर बात पर उदास होने लगता है

तरुण अग्रवाल
भारत
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(फोटो: iStock)
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एक स्टडी से यह पता चला है कि अगर मां डिप्रेशन में चली जाती है तो उसके बच्चे पर भी इसका गहरा असर होता है. बच्चों के मानसिक विकास पर इसका सीधा असर पड़ता है और उनकी दूसरों के प्रति हमदर्दी भी कम हो जाती है. स्वभाव में कठोरता आ जाती है.

इस्राइल की बार-इलान यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रुथ फेल्डमैन की स्टडी के मुताबिक, माता और बच्चे एक दूसरे के साथ अधिक समय रहते हैं, इसलिए वह एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं. लेकिन जब माता अपने बच्चे से कम बात करती है, तो बच्चों के दिमाग में उथल-पुथल होने लगती है.

प्रोफेसर फेल्डमैन के मुताबिक, डिप्रेशन की शिकार माताएं अपने बच्चों से कम बात करतीं हैं और उन पर ज्यादा गुस्सा भी होतीं हैं. इसी वजह से उनके बच्चों की दूसरों के प्रति हमदर्दी कम हो जाती है.

जर्नल ऑफ द अमेरिकन एकेडमी ऑफ चाइल्ड एंड एडोल्सेंट फिजीचियटरी (JAACAP) में छपी स्टडी के मुताबिक औद्योगिक समाज में रहने वाली 15-18 फीसदी महिलाएं और विकसित देशों में 30% तक महिलाएं डिप्रेशन का शिकार होती है.

स्टडी के मुताबिक, बच्चों में इस तरह का दिमागी डिप्रेशन का असर पड़ना चिंता का विषय है और इसका इलाज होना चाहिए.

डिप्रेशन का मतलब और लक्षण ?

किसी भी इंसान का दुखी होना स्वाभाविक है लेकिन जब वह लंबे समय तक किसी दुख, परेशानी या चिंता को मन में बनाए रखता है और उनके बारे में ही मंथन करता रहता है तो वह डिप्रेशन का शिकार कहलाता है.

कहीं आप भी डिप्रेशन के शिकार तो नहीं? नीचे दिए गए लक्ष्णों में जरूरी नहीं कि यह सभी लक्ष्ण डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति में होते हैं बल्कि इनमें से कुछ लक्षण होने पर भी आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं.

डिप्रेशन के लक्षण

1. शॉर्ट टेंपर

(फोटो: द क्विंट)

2- मानसिक- शारीरिक अस्थिरता

(फोटो: द क्विंट)

3. उदासी

(फोटो: द क्विंट)

4. ज्यादा खाना

(फोटो: द क्विंट)

5. नींद गायब हो जाना

(फोटो: द क्विंट)

6. खुद को दोषी समझना

(फोटो: द क्विंट)

7, फैसला लेने में हिचकिचाहट

(फोटो: द क्विंट)

8. आत्महत्या का ख्याल आना

(फोटो: द क्विंट)

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