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उत्तर प्रदेश के मेरठ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां मेडिकल कॉलेज के एक प्राइवेट वार्ड से पुलिस ने 200 पेटी शराब बरामद की है.
जानकारी के मुताबिक, नियम-कायदों को दरकिनार करते हुए मेडिकल कॉलेज में सिविल कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले ठेकेदार ने प्राइवेट वार्ड को शराब रखने के लिए किराए पर दे दिया था. फिलहाल, पुलिस ने शराब बरामद कर अपने कब्जे में ले ली है. वहीं ठेकेदार के टेंडर को मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने निरस्त कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह प्राइवेट वार्ड के कमरे का दरवाजा किसी वजह से खुला रह गया. मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी ने जब अंदर शराब की पेटियां रखी देखीं, तो उसने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी. सूचना पर मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजित चौधरी, चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजीव व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होंने पुलिस को सूचना दी.
मेडिकल कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, ई-टेंडरिंग के जरिए बीते अप्रैल महीने में रजत त्यागी नाम के ठेकेदार को मेडिकल कॉलेज में निर्माण का ठेका मिला था. रजत त्यागी के निवेदन पर मेडिकल कॉलेज ने उसे सामान रखने के लिए प्राइवेट वार्ड का एक कमरा दे दिया. इसी कमरे से शराब बरामद की गई है.
बरामद शराब तक्षशिला कॉलोनी शराब ठेके के ठेकेदार राजीव भाटी की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि भाटी प्राइवेट वार्ड को शराब गोदाम बनाने के लिए हर महीने छह हजार रुपये देता था.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में ठेकेदार रजत त्यागी की भूमिका पाए जाने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उसका ठेका तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है. साथ ही उसे ब्लैकलिस्ट करने की कार्यवाही भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि रजत त्यागी के खिलाफ थाने में तहरीर दी जा रही है.
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