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पीएनबी घोटाले (PNB Scam) के आरोपी भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) ने भारतीय एजेंसियों पर कई आरोप लगाए हैं. मेहुल चोकसी ने भारतीय जांच एजेंसियों पर कथित अपहरण का आरोप लगाया है. डोमिनिका में जमानत मिलने के बाद एंटीगुआ पहुंचे मेहुल चोकसी ने कहा,
बता दें कि डोमिनिका में गैरकानूनी तरीके से घुसने के आरोप में मेहुल चोकसी को 51 दिनों तक हिरासत में रहना पड़ा था. इस दौरान महुल चोकसी के वकीलों ने दावा किया था कि उनके अपहरण की साजिश रची गई थी.
एंटीगुआ पहुंचने के बाद मेहुल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "कई बार मैंने एजेंसियों से मुझसे पूछताछ करने के लिए यहां (एंटीगुआ) आने के लिए कहा, क्योंकि स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से मैं यात्रा नहीं कर पा रहा था. मैं जांच एजेंसियों के सहयोग के लिए हमेशा मौजूद हूं लेकिन इस अमानवीय अपहरण की मुझे कभी उम्मीद नहीं थी.'
चोकसी ने भारत लौटने पर कह,
बता दें कि 23 मई 2021 को अचानक बताया गया कि मेहुल चोकसी एंटीगुआ से लापता हो गया है. जहां वो 2018 से रह रहा था. इसके बाद चोकसी 26 मई को डोमिनिका में पकड़ा गया. जिसके बाद से वो हिरासत में था.
मेहुल चोकसी भारत से फरार होने के बाद 2018 से एंटीगुआ और बारबुडा में है, उसने वहां की नागरिकता भी ले ली है. मेहुल चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी है. साल 2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिग (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई थी.
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