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शीना बोरा हत्याकांड की जांच के मामले में सीबीआई ने लगभग सभी प्रमुख आरोपियों से पूछताछ की है लेकिन शीना बोरा का भाई मिखाइल बोरा जांच एजेंसियों की नजरों में चढ़ने से बच गया.
द क्विंट ने साल 2012 से लेकर साल 2015 तक मिखाइल बोरा की ओर से अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी को किए गए ईमेल्स को खंगाला है. इन मेल्स के जरिए जो कहानी सामने आई है वह पूरी तरह से अलग है.
शीना बोरा हत्याकांड की जांच में जुटी मुंबई पुलिस के सामने मिखाइल बोरा ने खुद को अपनी बहन शीना बोरा के बाद अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी के दूसरे शिकार के तौर पर पेश किया था. जिसके बाद उसकी मां इंद्राणी मुखर्जी को 25 अगस्त 2015 को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस दौरान मिखाइल बोरा लगातार इंद्राणी मुखर्जी पर अपनी बहन शीना बोरा की हत्या का आरोप लगाता रहा.
लेकिन मिखाइल बोरा को इस सब के बाद निर्दोष उस तरह से निर्दोष करार नहीं दिया जा सकता जैसे कि उसे इस सनसनीखेज हत्या के मामले को कवर कर रही मीडिया ने दे दिया.
अब हम मिखाइल की ओर से अपनी मां को लिखे गए उन ईमेल्स पर नजर डालते हैं जो कि उसने शीना बोरा की हत्या होने से ठीक दो हफ्ते पहले अप्रैल 2012 में लिखे थे.
सोमवार, 9 अप्रैल, 2012, समय-रात 11 बजेः “मां, 08486093147, यह मेरा नया लोकल नंबर है. गुड नाइट, टेक केयर, लव यू.”
बुधवार, 11 अप्रैल, 2012, शाम 6 बजेः “मां, मुझे श्याम का फोन आया था. उसने बताया कि एग्नेस गुड़गांव वाली प्रॉपर्टी के सिलसिले में जल्द ही भारत आ रहा है. वह प्रॉपर्टी के लिए टोकन मनी जमा कराएगा. इसलिए मैं सोमवार को दिल्ली जा सकता हूं. इसलिए मेरे निकलने से पहले कृपया मुझे बता देना. बहुत सारा प्यार.”
मिखाइल बोरा की ओर से अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी को लिखे गए मेल में बातचीत का लहजा मई महीने में उस वक्त भी नहीं बदला था, जबकि शीना बोरा को गायब हुए एक महीना बीत चुका था.
सोमवार, 28 मई, 2012: मां, आप कैसी हो? आखिरकार मुझे आरिया मिल गई, मैं बहुत खुश हूं. आपको बहुत सारा प्यार.
इसके बाद भी मिखाइल बोरा ने अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी को अलग-अलग बहानों से पैसे की मांग करने वाले और भी ईमेल किए.
जुलाई और अगस्त 2012 के बीच मिखाइल अपनी मां इंद्राणी के साथ ईमेल के जरिए खुशी से बात कर रहा था. मिखाइल ने ईमेल के जरिए ही इंद्राणी मुखर्जी को शीना के मकान मालिक को फ्लैट की लीज निरस्त करने के लिए पत्र भेजने को भी कहा.
लेकिन इन ईमेल्स में शीना के गायब होने का जिक्र या फिक्र कहीं भी नहीं दिखी और ना ही मिखाइल ने अपनी मां से शीना बोरा के बारे में जानने की कोशिश की.
शीना बोरा की हत्या से पहले मिखाइल की दिल्ली, मुंबई और गुवाहटी जाने के लिए एयर टिकट इंद्राणी की निजी सचिव काजल शर्मा ने खरीदे थे. ये सभी टिकट मिस्टिक ट्रैवल्स से लिए गए थे.
मिखाइल 24 अप्रैल 2012 को कथित तौर पर अपनी मां के कहने पर मुंबई गया था. लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि मुंबई जाने के लिए मिखाइल की टिकट किसने बुक कराई, किस समय वह मुंबई पहुंचा और किस तरह उसे मुंबई से वापस गुवाहटी जाने के लिए 25 अप्रैल 2012 को एयरपोर्ट कांउटर पर एयर टिकट मिली.
शीना बोरा की मौत के 3 साल बाद, मां इंद्राणी के लिए मिखाइल का प्यार कम होने लगा. जो कि उसकी ओर से अप्रैल 2012 में लिखे गए ईमेल में भी नजर आया. इस ईमेल से जाहिर होता है कि कैसे धीरे-धीरे अपनी मां के लिए मिखाइल का प्यार नफरत में बदल चुका था.
22 अप्रैल 2015 को रात 12 बजकर 6 मिनट पर अपनी मां इंद्राणी को लिखे ईमेल में मिखाइल ने लिखा है कि
इसी दिन रात 12 बजकर 39 मिनट पर मिखाइल ने इंद्राणी को एक और ईमेल किया,
इन ईमेल्स से जाहिर होता है कि मिखाइल शीना बोरा की हत्या से जुड़ा ये राज जानता था. इसके चार महीने बाद, 25 अगस्त को इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
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