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बेंगलुरु के एचएएल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का मिराज 2000 ट्रेनर लड़ाकू विमान क्रैश हो गया. इस हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई है. एचएएल के पीआरओ के मुताबिक, विमान एयरपोर्ट के रनवे के पास मौजूद घेरेबंदी वाली जगह में दुर्घटना का शिकार हुई.
विमान में धमाका होने के बाद आग की लपटें उठने लगीं और घटनास्थल पर धुआं छा गया, जिससे आसपास रहने वाले लोग हैरान रह गए. इसके बाद फायर ब्रिगेड और हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक क्रैश होने के वक्त विमान में सवार दोनों पायलट विमान से बाहर निकल चुके थे, लेकिन बदकिस्मती से उनमें से एक पायलट विमान के मलबे पर जा गिरा. आग की चपेट में आने से वो बुरी तरह झुलस गया, और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. वहीं इस हादसे में घायल दूसरे पायलट को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
एचएएल के पीआरओ ने बताया, “ये हादसा टेक-ऑफ के तुरंत बाद हुआ. फाइटर प्लेन रनवे के पास घेरेबंदी वाली जगह में क्रैश हो गया. वे पैराशूट से बाहर निकल चुके थे, लेकिन उनके पैराशूट में आग लग गई और वे प्लेन के मलबे में गिर गए. '' हादसे के बाद रक्षा मंत्रालय के पीआरओ ने एक आधिकारिक बयान दिया है, जिसमें कहा गया है कि प्लेन क्रैश के कारणों की जांच का आदेश दे दिया गया है.
बीते 28 जनवरी को उत्तरप्रदेश के कुशीनगर में एयरफोर्स का जगुआर प्लेन क्रैश हुआ था. हादसे के बाद प्लेन में आग लग गई थी. हालांकि, विमान के पायलट ने पैराशूट के जरिए अपनी जान बचा ली थी. ये सुपर सोनिक विमान फ्रांस में बना था, जो कम ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है और दूर तक मार कर सकता है.
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