Home News India लापता IAF एयरक्राफ्ट को जमीन निगल गई या आसमान खा गया,10 बड़ी बातें
लापता IAF एयरक्राफ्ट को जमीन निगल गई या आसमान खा गया,10 बड़ी बातें
इंडियन एयरफोर्स का AN-32 एयरक्राफ्ट सोमवार यानी 3 जून से ही लापता है.
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लापता IAF एयरक्राफ्ट को जमीन निगल गई या आसमान खा गया,10 बड़ी बातें
(फोटो: IANS)
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इंडियन एयरफोर्स का AN-32 एयरक्राफ्ट सोमवार यानी 3 जून से ही लापता है. तलाश जारी है लेकिन अब भी एयरक्राफ्ट का कोई सुराग नहीं मिल सका है. ये ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सोमवार को जोरहाट से दोपहर 12.27 बजे मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए रवाना हुआ. इसपर एयरफोर्स के ऑफिशियल समेत 13 लोग सवार थे और उसने आखिरी बार करीब दोपहर एक बजे ग्राउंड एजेंसियों से संपर्क किया था.
इस मामले में अबतक क्या-क्या हुआ, जानते हैं 10 बड़ी बातें.
ताजा जानकारी के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश के मोलो गांव की ओर एक पहाड़ से आदिवासी ग्रामीणों ने 'गाढ़ा काला धुआं' निकलते हुए देखा.
अरुणाचल के सीएम पेमा खांडू ने गुरुवार को कहा, "तुम्बिन गांव के तीन व्यक्तियों ने कहा कि उस दिन उन्हें मोटा काला धुआं दिखाई दिया था, जो कि मोलो गांव की ओर से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर पहाड़ से निकल रहा था."
एयरक्राफ्ट की तलाश के लिए तीन खोजी दल बना गए हैं, कई संभावित जगहों पर ट्रेकिंग की जा रही है.
पुलिस, सेना और एयरफोर्स का एक ज्वाइंट ऑपरेशन अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में करीब 2,500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त स्थान की खोज कर रहा है.
अरुणाचल प्रदेश के जोरहाट और मेचुका के बीच घने जंगलों वाले रास्तों पर रूसी मूल के AN-32 ट्रांसपोर्टर का पता लगाने के लिए एयरफोर्स ने अपने एमआई-17 और LAH हेलीकॉप्टरों को लगाया है.
पूर्वी वायुसेना कमान के कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल आर.डी माथुर, खोज और बचाव की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने इंडियन एयरफोर्स के लापता जवानों के परिवारों से मुलाकात भी की.
AN-32 में सवार अधिकारियों के परिवारवालों ने उनकी सुरक्षित वापसी की प्रार्थना करते हुए सरकार से खोजी अभियान तेज करने की अपील की है.
फ्लाइट लेफ्टिनेंट आशीष तंवर (29) की मां सरोज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विमान और लापता अधिकारियों का पता लगाने के लिए सभी रिसोर्सेज का इस्तेमाल करने की अपील की.
आशीष तंवर की पत्नी संध्या एयरफोर्स के जोरहाट स्थित एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) में ड्यूटी पर ही थीं जब आशीष तंवर ने यहां से अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका के घने जंगल के लिए उड़ान भरी थी.
वो एटीसी पर उनके एयरक्राफ्ट की सारी गतिविधि देख रही थीं. महज आधा घंटा बाद ही एयरक्राफ्ट रडार की पहुंच से गायब हो गया.