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सबसे बड़ी अदालत ने कह दिया है लोकतंत्र में भीड़तंत्र की जगह नहीं. सरकारें मौके पर फैसले करने वाली भीड़ पर काबू करें? लेकिन देखिए सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी के कुछ घंटे बाद ही सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश की कुछ लोगों ने जमकर पिटाई कर दी. बीजेपी युवा मोर्चा के लोगों का आरोप था कि अग्निवेश आदिवासियों को भड़काते हैं इसलिए हमने उन्हें सबक सिखा दिया.
साल 2015 में उत्तर प्रदेश के दादरी में बीफ खाने के कथित आरोप के बाद भीड़ ने अखलाक नाम के एक युवक की हत्या कर दी थी. इसके बाद तो भीड़ के हमलों की घटनाओं का सिलसिला ही शुरू हो गया. भीड़ ने देशभर में करीब 31 निर्दोष लोगों को पीट पीटकर मार डाला है.
अप्रैल 2016 में राजस्थान के अलवर जिले में 55 साल के पहलू खान की कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी.
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में विकास वर्मा, गौतम वर्मा और उनके साथी गंगेश गुप्ता ने ग्रामीण इलाकों में शौचालयों के लिए खुदाई करने का बिजनेस शुरू किया था. 18 मई की रात जब वे जमशेदपुर वापस लौट रहे थे. तब करीब 1,000 लोगों ने भीड़ इन लोगों की हत्या कर दी.
दरअसल एक न्यूज पेपर में खबर पब्लिश हुई थी कि इस इलाके में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है. जिसके बाद ये खबर फेसबुक और वाट्सएप पर तेजी से फैल गई. और इसके बाद इसी शक के आधार पर लोगों की भीड़ ने इन दो घटनाओं को अंजाम दिया और सात लोगों की जान ले ली.
पिछले साल जून में दिल्ली से बल्लभगढ़ जा रही ट्रेन में 16 साल के युवक जुनैद की भीड़ ने पीट-पीटकर और चाकू मारकर हत्या कर दी थी.
तमिलनाडु के तिरुवन्नमलई में एक 65 साल की महिला रुक्मणी जब अपने रिश्तेदारों के साथ मंदिर से लौट रही थी तो वहां खेल रहे कुछ बच्चों को चॉकलेट दे दी. बाद में ये अफवाह फैल गई कि महिला ने बच्चों को उठाने के लिए ऐसा किया. करीब 200 लोगों की भीड़ ने इस महिला की हत्या कर दी.
बच्चा चोर गिरोह की अफवाह की वजह से ही बेंगलुरू में राजस्थान के एक मजदूर कालू राम की लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी.
तेलंगाना के नालगोंडा में चोरी और किडनैपिंग की अफवाह के बाद एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर एन बालाकृष्णन की भीड़ ने हत्या कर दी.
बच्चा चोरी की अफवाह की वजह से असम के कार्बी आंगलोंग जिले में गुवाहाटी के कहने वाले अभिजीत नाथ और निलोत्पल दास की 500 लोगों की भीड़ ने हत्या कर दी. बाद में पता चला कि इनमें से नाथ कॉन्ट्रैक्टर थे, जबकि दास गोवा में इंजीनियर था.
पश्चिम बंगाल के माल्दा जिले में 13 जून 2018 को 60 लोगों की भीड़ ने मिलकर एक आदमी की हत्या कर दी, वहीं 23 जून को पूर्वी मिदनापुर में एक 36 साल के आदमी संजय चंद्रा की हत्या को अंजाम दे दिया गया.
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में गोकशी के आरोप में एक शख्स की भीड़ ने हत्या कर दी. हालांकि इस मामले पर पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कहा कि एक मामूली झगड़े को जानबूझकर गोकशी का मामला बनाया गया. उन्होंने कहा कि घटना की जांच जारी है.
बच्चों के किडनैपिंग के संदेह में छत्तीसगढ़ के सरजुगा में एक आदमी की लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी.
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पिछले महीने त्रिपुरा में बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैलने के बाद 28-29 जून को पश्चिमी त्रिपुरा, दक्षिणी त्रिपुरा और सिपाहिजाला में दो पुरुष और एक महिला की लोगों ने हत्या कर दी.
28 जून: पिछले महीने 28-29 जून को त्रिपुरा में लिंचिंग के तीन मामले सामने आए. इन सभी मामलों में बच्चा चोर घूमने की सोशल मीडिया पर अफवाह बड़ी वजह थी.
महाराष्ट्र में मॉब लिंचिंग की अलग-अलग घटनाओं में इस महीने 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. 1 जुलाई को धुले जिले में बच्चा चोर गिरोह की अफवाहों के बाद खानाबदोश गोसावी कम्युनिटी के 5 लोगों की हत्या कर दी गई. वहीं औरंगाबाद जिले में 3 लोग और गोंदिया में भी एक व्यक्ति लिंचिंग का शिकार बने.
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कर्नाटक के बीदर में गूगल के लिए काम कर रहे एक्सेंचर के इंजीनियर मोहम्मद आजम की पीट पीटकर हत्या कर दी गई जबकि उनके तीन साथी गंभीर रूप से घायल हैं. इन पर भीड़ ने बच्चा उठाने वाला गैंग का समझकर हमला किया.
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