advertisement
देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन 14 अप्रैल को पूरा होने वाला है. कोरोनावायरस की महामारी के बीच 15 अप्रैल से सब कुछ नॉर्मल होगा या नहीं. क्या केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लॉकडाउन आगे बढ़ाने के पक्ष में हैं? ये ऐसा सवाल है, जिसका जवाब पूरा देश जानना चाहता है. हम आपको बताते हैं कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें इस पर क्या विचार कर रही हैं.
पीएम मोदी राजनीतिक पार्टियों के सासंदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में संकेत दे चुके हैं कि लॉकडाउन 14 अप्रैल को एक बार में नहीं हटाया जाएगा. पीएम ने लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से निकलने की योजना पर काम करने के संकेत दिए हैं. लेकिन ये चरणबद्ध तरीके से ये ढील कब से दी जाएगी, इसकी तारीख पर अभी कोई बात नहीं हुई.
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए पंजाब में भी लॉकडाउन 1 मई तक बढ़ा दिया गया है. पंजाब के स्पेशल चीफ सेक्रेटरी के.बी.एस. सिधु ने 10 अप्रैल को यह जानकारी दी. इससे पहले ओडिशा सरकार ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान किया था.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सुझाव दिया है कि राज्य में 14 अप्रैल के बाद कोरोना लॉकडाउन 2 हफ्ते जारी रखा जा सकता है. हालांकि अभी तक विस्तार का कोई ऐलान नहीं किया गया है.
उत्तराखंड में कैबिनेट की बैठक में लॉकडाउन को आगे भी जारी रखने और इस संबंध में केंद्र को प्रस्ताव भेजा है. राज्य मंत्रिमंडल ने लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद बढ़ाने की सिफारिश केंद्र से की है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो राज्य में लॉकडाउन को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, "लॉकडाउन सह लेंगे, अर्थव्यवस्था बाद में भी खड़ी कर लेंगे. लेकिन लोगों की जिंदगी चली गई तो वापस कैसे लाएंगे?"
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने की बात कही है. गहलोत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कहा, "राज्य में लॉकडाउन एक साथ नहीं खोला जा सकता है. चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा. जो भी फैसला होगा सोच-समझकर होगा."
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले कहा कि लॉकडाउन 15 अप्रैल को खत्म हो जाएगा. लेकिन अगले ही दिन सफाई आई कि अभी फैसला नहीं हुआ. वहीं यूपी के गौतमबुद्ध नगर जिले में धारा-144 की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोनावायरस के खतरे को रोकने और इससे निपटने के उद्देश्य से 14 अप्रैल तक 21 दिन देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था. लेकिन इस बीच देश में ये खतरा रुका नहीं है बल्कि कई गुना ज्यादा बढ़ गया है. इस दौरान देशभर में 6000 से ज्यादा लोग कोरोनावायरस की चपेट में आ चुकी हैं और 200 लोगों की मौत हो चुकी है.
लॉकडाउन आगे बढ़ाए या नहीं? ये फैसला इसलिए मुश्किल है क्योंकि लॉकडाउन खत्म न करें तो आर्थिक मार और करें तो महामारी का खतरा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)