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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार में कम से कम 43 नए सदस्य शामिल होने वाले हैं. सभी नए-नवेले मंत्रियों का शपथ ग्रहण 7 जुलाई की शाम को होने वाला है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक नए मंत्रियों की टीम में एससी और एसटी प्रतिनिधित्व रिकॉर्ड स्तर पर रह सकता है. इसके अलावा भी मंत्रिमंडल विस्तार में कई सारे पैमानों को ध्यान में रखा गया है.
कैबिनेट विस्तार के बाद मोदी सरकार की टीम में 27 ओबीसी नेता होंगे और सिर्फ कैबिनेट में ही 5 ओबीसी नेता होंगे. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट विस्तार में प्रोफेश्नल लोगों को ज्यादा तरजीह दी जाएगी.
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद टीम मोदी में 13 वकील, 6 डॉक्टर, 5 इंजीनियर और 7 सिविल सेवकों को जगह मिलेगी.
मोदी कैबिनेट के विस्तार में प्रशासनिक अनुभव को भी खास तवज्जो दी गई है. 39 पूर्व विधायकों और 4 पूर्व मुख्यमंत्रियों को विस्तार में शामिल किया जाएगा. विस्तार में अल्पसंख्यक नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि ईसाई, मुस्लिम और सिख समुदाय से एक-एक सदस्य मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं. वहीं बौद्ध समुदाय से दो लोगों को जगह मिल सकती है. पूर्वोत्तर भारत से 5 मंत्री बनाए जा सकते हैं.
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