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मोदी सरकार ने इनकम टैक्स के 12 अफसरों के बाद अब कस्टम डिपार्टमेंट के 15 सीनियर अफसरों को बर्खास्त कर दिया. इन सभी लोगों को कंप्लसरी रिटायरमेंट दे दिया गया है. इनमें सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम्स (CBIC) के प्रिसिंपल कमिश्नर, कमिश्नर, एडिशनल कमिश्नर और डिप्टी रैंक के अफसर शामिल हैं. इन्हें रूल नंबर 56 (J) के तहत कंप्लसरी रिटायरमेंट दिया गया है.
एक सप्ताह पहले भी मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार और अनप्रोफेशनल रवैये के आरोप में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के 12 वरिष्ठ अधिकारियों को सर्विस से बर्खास्त कर दिया था. इनमें कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर लेवल के अधिकारी भी शामिल हैं. सूत्रों ने ये जानकारी दी. इस लिस्ट में शामिल एक बर्खास्त ज्वाइंट कमिश्नर के खिलाफ स्वयंभू धर्मगुरु चंद्रास्वामी की मदद करने के आरोपी एक कारोबारी से जबरन वसूली की शिकायत है.
नोएडा में तैनात कमिश्नर (अपील) के पद का एक IRS अधिकारी भी है. उस पर कमिश्नर लेवल की दो महिला आईआरएस अधिकारियों के यौन उत्पीड़न का आरोप है.एक दूसरे IRS अधिकारी ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर 3.17 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति जुटाई थी. ये संपत्ति कथित तौर पर पद का गलत इस्तेमाल करके और भ्रष्ट और गैर - कानूनी तरीकों से हासिल की गई थी. इस अधिकारी को समय से पहले रिटायरमेंट लेने का निर्देश दिया गया है.इनकम टैक्स के एक कमिश्नर के खिलाफ सीबीआई की एंटी-करप्शन ब्रांच ने आय से अधिक का मामला दर्ज किया था और उन्हें अक्टूबर 2009 में सेवा से निलंबित कर दिया था. उन्हें भी सरकार ने रिटायरमेंट लेने के लिए कहा है.
मोदी सरकार ने सत्ता संभालते ही ब्लैक मनी और टैक्स चोरी के मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का इरादा जताया था. सरकार ने अब टैक्स चोरी में कड़े प्रावधान का मन बनाया है.
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