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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत सितंबर महीने के अंत में विदेशी मीडिया से बात करने वाले हैं. आरएसएस ऐसा पहली बार करने जा रहा है. ऐसा करने के पीछे संघ का मकसद है कि आरएसएस के बारे में जो भी भ्रम हैं या गलत जानकारियां हैं उनको दूर किया जाए. संघ के अधिकारी ने बताया कि इस काम के लिए 70 विदेशी मीडिया को न्योता भेजा गया है.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहले संघ की ओर से अलग-अलग मुद्दों पर आरएसएस के विचारों को बताया जाएगा. इसके अलावा संघ के बारे में सालों से जो भी भ्रामक प्रचार किया गया है उस पर भी बात की जाएगी.
ये प्रेस कॉन्फ्रेंस आरएसएस का प्रचार विभाग करवा रहा है जो कि दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में होगी. बता दें, ठीक एक साल पहले 2018 में सितंबर के ही महीने में संघ प्रमुख ने दिल्ली के विज्ञान भवन में तीन दिन की एक लेक्चर सीरीज की थी. इस लेक्चर सीरीज में भी संघ की ओर से कई मुद्दों पर बात रखी गई थी. इस इवेंट में भारतीय मीडिया ने हिस्सा लिया था लेकिन इस साल ये सिर्फ विदेशी मीडिया के लिए ही होगा.
संघ प्रमुख ने राजनयिक विभागों के लोगों से भी मुलाकात की थी. इस साल जुलाई में जर्मनी के राजदूत वॉल्टर जे लिंडर को नागपुर स्थित आरएसएस के हेडक्वार्टर में बुलाया गया था
राजस्थान के पुष्कर में 2 से 9 सितंबर तक आरएसएस ने समन्वय बैठक आयोजित की थी. लोकसभा चुनाव के बाद संघ की ये पहली बैठक थी, जहां सभी अनुषांगिक संगठन साथ आए. समन्वय बैठक एक ऐसा प्लेटफॉर्म मुहैया कराती है जहां एक साथ संघ, इससे जुड़े अनुषांगिक संगठनों और बीजेपी के नेता एक दूसरे से संवाद के जरिए सवालों का समाधान करते हैं.
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