Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019गर्म हवा के थपेड़ों से बेहाल दिल्ली-यूपी-पंजाब, कब मिलेगी राहत?

गर्म हवा के थपेड़ों से बेहाल दिल्ली-यूपी-पंजाब, कब मिलेगी राहत?

आम तौर पर मॉनसून 27 जून तक दिल्ली में दस्तक दे देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में सक्रिय हो जाता है.

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
<div class="paragraphs"><p>(फोटो: IANS)</p></div>
i

(फोटो: IANS)

सांकेतिक तस्वीर

advertisement

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में सात जुलाई तक मॉनसून की बारिश होने की संभावना नहीं है और उसके बाद क्षेत्र में इस महीने के मध्य तक सामान्य से कम बारिश होगी. इससे पहले, 2012 में मॉनसून दिल्ली में इतनी देर से पहुंचा था.

मौसम विभाग ने कहा कि वायुमंडलीय परिस्थितियां बनने में देर होने का असर पंजाब और हरियाणा सहित क्षेत्र में कृषि कार्यों पर पड़ने की आशंका है, जैसे कि फसलों की बुवाई और रोपाई, सिंचाई, बिजली की जरूरत आदि.

उसने कहा, ‘‘पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तर राजस्थान और उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में दो जुलाई तक लू की परिस्थितियां रहने की आशंका है.’’
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि उसके बाद अरब सागर से चलने वाली दक्षिण-पछुआ पवनों के कारण लू की प्रचंडता और इसके प्रभाव क्षेत्र में कमी आने की संभावना है, लेकिन हवा में नमी बढ़ने के कारण अगले सात दिनों के दौरान ज्यादा राहत नहीं मिलने जा रही है.

मौसम विभाग ने कहा , ‘‘मॉनसून राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के हिस्सों को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्से में पहुंच गया है. 19 जून से कोई प्रगति नहीं दर्ज की गई है. कम ऊंचाई पर पछुआ पवनें और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का कम दबाव का क्षेत्र नहीं होना इसके कुछ कारण हैं.’’

महापात्र ने कहा, ‘‘दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में सात जुलाई तक मॉनसून के सक्रिय होने की कोई गुंजाइश नहीं है और इस महीने उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से कम से लेकर सामान्य बारिश होने की आशंका है. ’’

उन्होंने कहा कि हालांकि, उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत में धान की रोपाई और अन्य मुख्य फसलों की बुवाई आमतौर पर जुलाई में की जाती है.

विभाग के मुताबिक, मॉनसून के आने के बाद से, एक जून से उत्तर पश्चिम भारत में 14 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन दिल्ली में इस अवधि में महज 29.6 मिमी बारिश हुई, जबकि इस अवधि में सामान्य तौर पर 64. 1 मिमी बारिश होती है.

आम तौर पर मॉनसून 27 जून तक दिल्ली में दस्तक दे देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में सक्रिय हो जाता है. पिछले साल मॉनसून 25 जून को दिल्ली पहुंचा था और पूरे देश में यह 29 जून तक सक्रिय हो गया था.

(PTI के इनपुट्स समेत)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 02 Jul 2021,10:15 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT