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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) समेत कई राज्यों में मानसून दस्तक दे चूका है. पिछले दिनों यूपी-बिहार में भीषण गर्मी के कारण हीटवेव का जानलेवा कहर देखने को मिला. अब मानसून की बारिश के चलते यूपी-बिहार को गर्मी से राहत मिलती नजर आई. उत्तराखंड के सभी जिलों में भी मानसून तेज हो गया है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में रविवार (25 जून) को झमाझम बारिश के बाद अभी भी बादल बने हुए हैं.
IMD ने उत्तराखंड में 30 जून तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. नदियों में उफान की वजह से कुल्लू में आठ गाड़ियां बह गई. मानसून के कारण क्षेत्र में हुए भारी भूस्खलन से सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं, जिसके कारण मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पिछले 19 घंटे से बंद है. देश के अधिकतर हिस्सों में मानसून की बारिश देखने को मिल रही है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले दो दिनों में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के शेष हिस्सों को भी कवर कर लेगा. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओड़िसा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, बिहार और झारखंड जैसे अन्य राज्य में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
सड़कों पर पानी जमा होने के कारण प्रमुख शहरों में यातायात बाधित होने से यात्रा का समय बढ़ गया है, इसलिए अपने डेस्टिनेशन के लिए रवाना होने से पहले अपने मार्ग पर यातायात की भीड़ का पता कर लें. इस संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें.
सड़कों पर स्थानीयकृत बाढ़, निचले इलाकों में जलजमाव हो सकता है, इसलिए उन इलाकों में जाने से बचें जहां अक्सर जलभराव की समस्या रहती है.
कमजोर संरचना को नुकसान की संभावना इसलिए असुरक्षित ढांचे में रहने से बचें.
स्थानीय भूस्खलन/कीचड़ भूस्खलन के मद्देनजर पहाड़ी इलाके और निर्माणाधीन इलाकों में जाने से बचें.
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