advertisement
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मतदाताओं की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का सिलसिला जारी है क्योंकि पिछले एक महीने में मोदी के प्रदर्शन के संबंध में उच्च संतुष्टि के स्तर में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. सीवोटर-आईएएनएस ट्रैकर में इसका खुलासा हुआ है.
एक अप्रैल और एक मई के बीच, प्रतिदिन औसतन 50 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे प्रधानमंत्री से बहुत संतुष्ट हैं, जिन्हें लेकर पूरे महीने मतदाताओं का रुख समान रहा और इस दौरान 543 लोकसभा सीटों में से 374 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला करने के लिए चार चरणों का मतदान हुआ.
आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, असम, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु जैसे बड़े राज्यों में सभी लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुके हैं.
एक अप्रैल को, 12,001 लोगों में 51.36 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे विशुद्ध संतुष्टि सूचकांक 49.62 प्रतिशत अंकों के साथ प्रधानमंत्री से बहुत संतुष्ट थे.
एक महीने बाद एक मई को 10,868 लोगों में से 51.93 फीसदी लोगों ने कहा कि वे प्रधानमंत्री से बहुत संतुष्ट हैं. उनकी विशुद्ध संतुष्टि रेटिंग 47.89 रही. जो लोग उनसे नाखुश हैं, महीनेभर इनका प्रतिशत 25 प्रतिशत के करीब रहा.
एक अप्रैल को 12,001 लोगों में से 24.59 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे प्रधानमंत्री से संतुष्ट नहीं हैं. एक मई को, 25.66 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे प्रधानमंत्री से संतुष्ट नहीं हैं.
राज्यों में, मतदाता हरियाणा में (393 लोगों में से 72.40 प्रतिशत), बिहार (499 में से 69.03), हिमाचल प्रदेश (589 में से 68.89) और गुजरात (410 में से 65.25) में प्रधानमंत्री से सबसे ज्यादा संतुष्ट रहे.
जिन राज्यों में मतदाता बहुत कम संतुष्ट थे उनमें केरल (549 में से 10.09 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (427 में से 16.17 प्रतिशत) और पंजाब (460 में से 15.50 प्रतिशत) शामिल हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)