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पायल तडवी खुदकुशी मामले को लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है. इस बीच क्विंट की टीम पायल के परिवार के पास पहुंची. पायल की मां और उनके पति ने क्विंट को वो सब बताया, जो पायल ने अपनी जान देने से पहले सहा था. परिजनों के मुताबिक, पायल ने मां से कहा था, ''वो मुझे छोटा समझते हैं.''
पायल के परिवार का कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने अगर उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया होता, तो शायद आज पायल इस दुनिया में होतीं.
पायल ने 22 मई को कथित तौर पर अपनी सीनियर्स की रैगिंग से परेशान होकर मुंबई के टीएन टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में खुदकुशी कर ली थी. यह कॉलेज बीवाईएल नायर सरकारी अस्पताल से जुड़ा है. पायल इस कॉलेज में मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट थीं.
पायल की मां ने क्विंट को बताया है कि पायल की 3 सीनियर लगातार उनकी रैगिंग कर रही थीं. उन्होंने बताया कि रैगिंग के दौरान पायल से जातिसूचक बातें भी कही जा रही थीं.
पायल के पति सलमान ने बताया कि उन्हें पायल की परेशानी के बारे में दिसंबर में पता चला. उस दौरान पायल अपनी रैगिंग की कहानी बताते-बताते रोने लगी थीं.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, टीएन टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट में इस बात के सबूत मिले हैं कि आरोपी डॉक्टरों ने पायल को परेशान किया था और जातिसूचक टिप्पणियां की थीं.
पायल के पति सलमान ने एंटी रैगिंग कमेटी को बताया है, ''पायल ने 22 मई की सुबह दो डिलीवरीज में सहयोग किया था. इस दौरान उसकी 3 सीनियर्स ने उसके काम करने के तरीके को लेकर उसे डांटा था. दोपहर 2:30 बजे उसे रोते हुए देखा गया था, वह यूनिट छोड़कर चली गई.''
शाम 4 बजे पायल ने अपनी मां को फोन किया था, जिन्होंने पायल को सलाह दी कि वह अपने पति से मिलें. माना जा रहा है कि पायल ने शाम 4:30 से 7:30 के बीच खुदकुशी की थी.
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