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माफिया डॉन और बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी आखिरकार बुधवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे बांदा जेल पहुंच गया है. डॉन को बांदा तक लाने की इस 14 घंटे की लंबी यात्रा के लिए पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए थे, डॉन की एंबुलेंस और पुलिस अधिकारियों को लेकर 3 गाड़ियां बुधवार तड़के जेल परिसर में दाखिल हुए. इस दौरान काफिले के पीछे चल रहे मीडिया समूहों के वाहनों को जेल से कुछ दूरी पर रोक दिया गया था.
बांदा जेल में लाने के तुरंत बाद 4 डॉक्टरों की एक टीम ने अंसारी की जांच की और फिर उसे बैरक में शिफ्ट कर दिया गया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बांदा जेल ने 4 डॉक्टरों के इस पैनल को एक कॉल पर उपलब्ध रहने के लिए भी कहा गया है.
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश अवस्थी ने आदेश दिया था कि मुख्तार को लेकर आ रहा यूपी पुलिस का काफिला जिस-जिस जिले से गुजरेगा, उस-उस जिले की पुलिस काफिले को एस्कॉर्ट करेगी.
मुख्तार अंसारी को यूपी लाए जाने से पहले उनके घरवालों ने माफिया की जान को खतरा भी जताया था. मुख्तार ने पंजाब की जेल में ही टिके रहने के लिए एक के बाद एक कई कानूनी दांव-पेंच भी अपनाए थे. मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और सांसद अफजाल अंसारी ने योगी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए उनकी जान को खतरा बताया है.
इसी बीच खबर है कि मुख्तार की पत्नी ने शिफ्टिंग के दौरान सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है.
बांदा जेल की निगरानी ड्रोन से होगी, पहली बार जेल की निगरानी ड्रोन से होगी. मुख्तार अंसारी की बैरक में सीसीटीवी लगाए गए हैं. जेल और बैरक की निगरानी लखनऊ से होगी. जेलकर्मी बॉडी वार्न कैमरे पहनेंगे.
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