advertisement
भारत 26 नवंबर 2008 को कभी नहीं भूलेगा, जिस दिन 10 हथियारबंद आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया था और 160 से ज्यादा लोगों को मार डाला था. गोलीबारी और बम विस्फोट के जरिए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने सपनों के शहर को बुरे सपने में झोंक दिया था.
21 नवंबर 2012 को अजमल कसाब को फांसी पर चढ़ा दिया गया, जिसे मुंबई पुलिस ने जिंदा पकड़ा था. बाकी नौ आतंकवादियों को हमले के दौरान मार गिराया गया था. लेकिन ये लोग सिर्फ कठपुतलियां थे, जो सीमा पार अपने आकाओं का आदेश मान रहे थे.
स्टेटस: पाकिस्तान में नजरबंद
लश्कर-ए-तैयबा का ये को-फाउंडर इन खतरनाक हमलों के मुख्य षडयंत्रकारियों में एक था. माना जाता है कि इसी की देखरेख में दसों आतंकवादियों ने प्रशिक्षण लिया था. 2008 के बाद से ही, भारत के कई नेताओं ने सईद को सौंपे जाने की मांग की है, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है. इसे जनवरी 2017 से पाकिस्तान में नजरबंद रखा गया है.
स्टेटस: अमेरिकी जेल में कैद
2007 से 2008 के दौरान हेडली ने मुंबई का पांच बार दौरा किया, स्थानीय जगहों की पहचान की ताकि आतंकवादी वहां हमले कर सकें. हेडली ताज महल पैलेस होटल में ठहरा और आईएसआई की ट्रेनिंग का इस्तेमाल करते हुए होटल की बिल्डिंग का सर्वे किया. दसों आतंकवादियों ने हेडली की जुटाई जानकारियों के मुताबिक ही हमले को अंजाम दिया.
स्टेटस: पाकिस्तान में जमानत पर रिहा
हमले के मुख्य षडयंत्रकारियों में एक लखवी लश्कर-ए-तैयबा के बड़े नेताओं में शामिल है. माना जाता है कि उसने कसाब के परिवार को हमले के बाद डेढ़ लाख रुपए की मदद दी थी. पाकिस्तान में दिसंबर 2008 में गिरफ्तार लखवी को 2015 में पाकिस्तान की अदालत ने “सबूतों के अभाव”में जमानत पर रिहा कर दिया था.
स्टेटस: दोषी करार, मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद
माना जाता है कि सैयद जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जुंदाल हमलों के दौरान लश्कर के कराची कंट्रोल रूम में था. उसने बाद में दावा किया कि हाफिज सईद भी उसके साथ कंट्रोल रूम में था. जुंदाल ने 10 आतंकवादियों को निर्देश दिया था कि वो बंदी बनाए लोगों को मारे और मीडिया और अथॉरिटीज के सामने अपनी मांगें रखें.
स्टेटस: फरार
हेडली का मुख्य साथी मीर कहां है, ये अभी नहीं पता. उसे अंतिम बार पाकिस्तान में देखे जाने की खबरें थीं. हमजा की पूछताछ से खुलासा हुआ था कि मीर नकली नामों से क्रिकेट मैच देखने के बहाने दो हफ्तों तक भारत में रहा ताकि दिल्ली और मुंबई में जगहों की निशानदेही कर सके.
स्टेटसः फिलहाल पाकिस्तान की हिरासत में
जावेद इकबाल 26/11 हमलों के दौरान आतंकवादियों के इस्तेमाल किए गए वीओआईपी कॉलिंग प्लेटफॉर्म का इंचार्ज था. बार्सिलोना में रहने वाले इकबाल ने इन नंबरों को हासिल करने के लिए स्पेन और इटली में भुगतान किए थे.
स्टेटस: फिलहाल पाकिस्तान की हिरासत में
फरवरी 2009 में गिरफ्तार सादिक पर हमलों के लिए पैसे ट्रांसफर करने में मदद का आरोप है. उस पर अभी पाकिस्तान में मुकदमा चल रहा है.
स्टेटस: फिलहाल भारत की हिरासत में
हमलों का इंतजाम करने वाले लोगों में एक शेख हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी (हूजी) का भारत में मुखिया था. उसे रॉ ने श्रीलंका में हिरासत में लिया था और जनवरी 2010 में उसे भारत लाया गया था.
9. अब्दुर रहमान हाशिम सैयद
स्टेटस: 2009 में पाकिस्तान में गिरफ्तार, बाद में रिहा
पाकिस्तानी सेना में मेजर रह चुके अब्दुर ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ काम किया और डेविड हेडली की गतिविधियों के साथ तालमेल बिठाया. उसे 2009 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया, लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया.
स्टेटस: 26/11 हमलों का दोषी नहीं
हेडली के साथ मिलकर साजिश रचने के आरोपी तहव्वुर पर 2011 में शिकागो में एक डेनिश अखबार के दफ्तरों पर हमले के आरोप में मुकदमा चला, जिसने हजरत मुहम्मद के विवादित कार्टून छापे थे. अदालत ने उसे लश्कर का साथ देने और अखबार के दफ्तर पर हमले का दोषी पाया. लेकिन उस पर 26/11 हमलों की साजिश का आरोप साबित नहीं हो सका.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)