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दक्षिणी मुंबई में CST रेलवे स्टेशन के पास बृहस्पतिवार शाम फुटओवर ब्रिज का बड़ा हिस्सा ढह जाने से छह लोगों की मौत हो गई और 36 घायल हो गए. इस पुल का इस्तेमाल 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान अजमल कसाब ने किया था. तब से इस पुल को 'कसाब पुल' के नाम से जाना जाता है.
ये फुट ओवर ब्रिज सेंट्रल रेलवे के अंदर आता है, मगर रेलवे ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है. इस हादसे में मरने वाले लोगों को महाराष्ट्र सरकार ने 5 लाख और घायलों को 50 हजार रूपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फुट ओवर ब्रिज हादसे को लेकर हाई लेवल इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं. सीएम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस ओवर ब्रिज का अभी कुछ दिन पहले ही ऑडिट किया गया था. उसके बाद भी इस तरह का हादसा ऑडिट के ऊपर गंभीर सवाल खड़े करता है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विनोद तावड़े ने इस घटना की जांच बीएमसी और रेलवे के संयुक्त टीम से करवाने की बात कही. AIMIM के विधायक वारिस पठान ने इस मामले के लिए राज्य सरकार और बीएमसी को जिम्मेदार बताया. कांग्रेस के मिलिंद देवडा ने इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने इस घटना पर शोक प्रकट किया है. इसके अलावा राहुल गांधी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने इस घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
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