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उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) का मंच सज चुका है. राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव जैसे नेता मंच पर मौजूद हैं.
इस बीच योगेंद्र यादव ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश सरकार पर लोगों के बीच बंटवारे का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि "यह वही मुजफ्फरनगर है, जहां हिंदू-मुस्लिम में बंटवारा करवाया गया. तुम तोड़ेगे-लेकिन हम जोड़ेंगे."
इस बीच केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर पहुंच कर साफ कर दिया है कि किसान नेता चुनाव नहीं लड़ेंगे. बता दें राकेश टिकैत पहले ही कह चुके हैं कि मौजूदा बीजेपी सरकार को चुनावी तौर पर मात देने के लिए यह महापंचायत की जा रही है. आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की दूसरी जगहों पर भी ऐसे ही कार्यक्रम किए जाएंगे. हालांकि अब टिकैत ने किसान नेताओं के सीधे चुनाव ना लड़ने की बात कही है.
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन तब तक चलेगा जब तक भारत सरकार चलवाएगी. टिकैत बोले, "जब तक वे बात नहीं मानेंगे आंदोलन चलता रहेगा. जब सरकार बातचीत करेगी तो हम करेंगे. देश में आजादी की लड़ाई 90 साल तक चली, यह आंदोलन कितने साल चलेगा हमें तो जानकारी नहीं है."
महापंचायत के चलते मुजफ्फरनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है. पीएसी की छह कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां के साथ-साथ 1,200 पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है. इसके अलावा अर्द्धसैनिक बलों की दस कंपनियों और 4,000 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया जा रहा है.
महापंचायत में आने वाले लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई है. बता दें किसान संगठनों ने आसपास के कई जिलों से बसों द्वारा लोगों के प्रदर्शन स्थल तक आने की व्यवस्था भी की है.
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