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मुजफ्फरनगर दंगा मामले में कोर्ट की ओर से आरोपी विधायक संगीत सोम के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी हैं. इसके बावजूद संगीत सोम, सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ खड़े नजर आए. सीएम योगी गुजरात और हिमाचल में बीजेपी की जीत पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. इस दौरान उनके ठीक बगल में संगीत सोम को खड़े देखा गया.
उत्तर प्रदेश की एक स्थानीय अदालत ने यूपी की योगी सरकार में मंत्री सुरेश राणा, पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्यान, बीजेपी विधायक संगीत सोम और उमेश मलिक के खिलाफ साल 2013 के मुजफ्फरनगर दंगा मामले में गैर-जमानती वॉरंट जारी किए हैं.
इनके खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत राज्य सरकार ने ही दी थी, जिसके बाद अदालत ने वॉरंट जारी किए. कोर्ट ने गैर-जमानती वॉरंट जारी करते हुए आरोपियों को 19 जनवरी 2018 को कोर्ट में पेश करने के लिए कहा. मामले की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने आरोपियों पर आईपीसी की धारा 153 ए के तहत कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के संबंध में मुकदमा चलाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से इजाजत मांगी थी और सरकार ने इसकी इजाजत दे दी.
संगीत सोम समेत सभी आरोपियों पर आरोप है कि इन लोगों ने एक महापंचायत में हिस्सा लिया था और अगस्त 2013 के आखिरी सप्ताह में भाषण के जरिए हिंसा भड़काई. इसके अलावा आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज है.
मुजफ्फरनगर और इसके आसपास के इलाकों में साल 2013 के अगस्त और सितंबर महीने में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस हिंसा में 60 लोगों की मौत हो गई थी और 40,000 से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा था. दंगों के ऊपर जमकर राजनीति भी हुई और उसका कुछ असर चुनावों तक में नजर आया था.
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